भैरव मंदिर के सामने लगता है जाम
जागरण संवाददाता, दक्षिणी दिल्ली : आउटर ¨रग रोड पर ओखला से नेहरू प्लेस की ओर जाने वाले मार्ग पर अक्
जागरण संवाददाता, दक्षिणी दिल्ली :
आउटर ¨रग रोड पर ओखला से नेहरू प्लेस की ओर जाने वाले मार्ग पर अक्सर जाम लगा रहता है। यहां पर बने भैरव मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के वाहन, पूजा सामग्री दुकानों व आसपास बैठे भिखारियों की वजह से नेहरू प्लेस की ओर जाने वाले वाहनों की रफ्तार थम जाती है। इसके कारण कालकाजी मंदिर फ्लाई ओवर, मोदी मिल फ्लाई ओवर के साथ ही कैप्टन गौड़ मार्ग पर भी जाम लग जाता है। दरअसल, यहां आने वाले श्रद्धालु अपने वाहन सड़क पर ही पार्क करके मंदिर में चले जाते हैं। इन वाहनों के कारण निकलने के लिए रास्ता नहीं बचता है, वहीं कुछ लोग सड़क पर ही भंडारा लगाकर प्रसाद बांटने लगते हैं, जिससे यहां जाम लग जाता है।
शनिवार को निकलना होता है दूभर
भैरव मंदिर पर शनिवार को बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन व भंडारा करने के साथ प्रसाद बांटने आते हैं। ये लोग मंदिर के सामने ही अपने वाहन खड़े कर देते हैं। सड़क की एक-दो लेन तो इसी में फंस जाती है, वहीं कुछ श्रद्धालु मंदिर के सामने शनिवार को भंडारा लगाते हैं। भंडारे का सामान सड़क पर ही सजा देते हैं। ऊपर से भंडारे का प्रसाद लेने के लिए श्रद्धालुओं की लंबी कतार बीच सड़क तक लग जाती है। इससे तीनों तरफ से आने वाले वाहनों की रफ्तार यहां थम जाती है। यह जाम पीछे कालकाजी मंदिर व मोदी मिल फ्लाईओवर साथ ही कैप्टन गौड़ मार्ग पर ओखला मंडी और मां आनंदमयी मार्ग पर गो¨वदपुरी मेट्रो स्टेशन तक पहुंच जाता है। नियमित रूप से इस मार्ग पर चलने वाले लोगों ने इस बारे में कई बार शिकायत भी की, लेकिन समस्या का कोई समाधान नहीं निकला। कालकाजी मंदिर में शुक्रवार को बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं और वे अपने वाहन दो लेन में रोड पर ही पार्क कर देते हैं। इस कारण नेहरू प्लेस से ओखला जाने वाली लेन पर काफी पीछे तक जाम लग जाता है।
पेट्रोल व सीएनजी पंप भी जाम के कारण
भैरव मंदिर के बाद पेट्रोल पंप व सीएनजी पंप हैं। इन पर तेल व गैस लेने आने वाले वाहनों की कतार सड़क तक लगी रहती है। सुबह पीक ऑवर में यह समस्या सबसे ज्यादा होती है। इन वाहनों के कारण भी यहां पर जाम लग जाता है, वहीं मंदिर के बगल बने रास्ते से कालकाजी से आउटर रिंग रोड आने वाले वाहन भी यहां मुड़ते हैं, जो जाम का कारण बनते हैं।
ए-कॉरिडोर में है यह मार्ग
यातायात के दबाव, इलाका व उन पर होने वाले मूवमेंट के आधार पर दिल्ली की सड़कों की कैटेगरी बांटी गई है। यह मार्ग ए-कॉरिडोर में आता है। इस हिसाब से यह सिग्नल फ्री होना चाहिए और मार्ग पर गाड़ियों की पार्किंग करने पर भी सख्ती होनी चाहिए। हालांकि कुछ चौराहों पर अब भी रेडलाइट हैं। उपराज्यपाल के आदेश पर पंचशील मेट्रो स्टेशन के पास व मस्जिद मोठ के सामने से बॉटलनेक हटाया भी गया। यहां से बीआरटी के लिए एक स्लिप रोड भी निकाली गई, लेकिन उस सूची में इस बॉटलनेक का जिक्र नहीं था। ट्रैफिक पुलिस के अधिकारी ने बताया कि शनिवार को भैरव मंदिर पर यातायात पुलिसकर्मी तैनात किए जाते हैं। यातायात पुलिस के अधिकारी ने बताया कि दोनों प्वॉइंट पर चालान व वाहन उठाने की कार्रवाई की जाती हैं। यह कार्रवाई और तेज की जाएगी। हालांकि एक सर्किल में सिर्फ दो क्रेन होती हैं। इसलिए उठाए जाने वाले वाहनों की संख्या भी कम ही होती है।