नए कल की उम्मीद गढ़ रहा है ऑनलाइन प्लेसमेंट कार्यक्रम
जब पूरी दुनिया में कोविड-19 की वजह से निराशा का माहौल है और वैश्विक की अर्थव्यवस्था डगमगाने की वजह से करोड़ों लोगों के सामने आजीविका और नौकरी का संकट खड़ा हो रहा हो उस दौर में कॉलेज से निकलते ही नौकरी मिल जाए तो माना जा सकता है उम्मीद अभी बाकी है।
राहुल मानव , नई दिल्ली :
जब पूरी दुनिया में कोविड-19 की वजह से निराशा का माहौल है और वैश्विक की अर्थव्यवस्था डगमगाने की वजह से करोड़ों लोगों के सामने आजीविका और नौकरी का संकट खड़ा हो रहा हो उस दौर में कॉलेज से निकलते ही नौकरी मिल जाए तो माना जा सकता है उम्मीद अभी बाकी है।
दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के केंद्रीय प्लेसमेंट सेल (सीपीसी) के साथ मिलकर तमाम कॉलेज इसी तरह की उम्मीद भरे नए कल की कहानी गढ़ रहे हैं।
असल में ज्यादातर प्लेसमेंट कार्यक्रमों की रूपरेखा तो लॉकडाउन से पहले ही तैयार की जा चुकी थी, लिहाजा लॉकाउडन डीयू में प्लेसमेंट कार्यक्रम के लिए बड़े धक्के की तरह था। लेकिन डीयू-सीपीसी ने छात्रों की उम्मीदों को बनाए रखने के लिए प्लेसमेंट कार्यक्रम को ऑनलाइन आयोजित करने का प्रयास शुरू किया। सीपीसी के एक कार्यक्रम की बदौलत डीयू में स्नातक व पीजी की पढ़ाई कर रहे करीब छह हजार छात्रों को घर बैठे पेड इंटर्नशिप मिली।
इसी तरह से डीयू के नॉर्थ कैंपस के कॉलेजों ने ऑनलाइन प्लेसमेंट कार्यक्रम का आयोजन किया जिसमें कई छात्रों को लाखों रुपये के पैकेज मिले।
डीयू के नॉर्थ कैंपस स्थित हंसराज कॉलेज की प्लेसमेंट सेल की संयोजक डॉ. अल्का कक्कड़ ने बताया कि पहले जो प्लेसमेंट प्रक्रिया कॉलेज के क्लासरूम में होने वाली थी। वह ऑनलाइन आयोजित की गई और 23 कंपनियों ने इसमें हिस्सा लिया। कॉलेज के करीब 80 छात्र ऑनलाइन प्लेसमेंट प्रक्रिया में शामिल हुए। अब तक छह छात्रों को प्लेसमेंट की पेशकश की गई है जिनमें से एक छात्र को 18 लाख रुपये सालाना पैकेज भी मिला है। हालांकि शुरुआती पैकेज तीन लाख साठ हजार रुपये का है।
इसके अलावा डॉ. कक्कड़ ने बताया कि अगस्त में फिर से ऑनलाइन प्लेसमेंट कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।
वहीं, दौलत राम कॉलेज की प्राचार्य प्रो. सविता रॉय ने बताया कि ऑनलाइन प्लेसमेंट के तहत कॉलेज 85 छात्रों को नौकरी की पेशकश की गई है। छात्रों को 3 से 12 लाख रुपये सालाना तक के पैकेज मिले हैं। ऑनलाइन साक्षात्कार के जरिये छात्रों को डेलॉयट, केपीएमजी, लार्सन एंड टूब्रो, अर्नेस्ट एंड यंग जैसी कंपनियों ने नौकरी के प्रस्ताव दिए हैं।