जमीन पर बैठे कांग्रेसी पार्षद तो दिया स्कूलों में डेस्क मुहैया कराने का आदेश
में भाजपा और आप पार्षद के बीच हुई नोंक-झोक को लेकर सोमवार को सदन की बैठक में फिर हंगामा हुआ। नेता प्रतिपक्ष अनिल लाकड़ा ने भाजपा पार्षदों से घटना के लिए माफी मांगने की अपील की। इस बीच आम आदमी पार्टी और भाजपा के पार्षद एक दूसरे के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। मामला बढ़ता देख महापौर ने कुछ देर के बैठक स्थगित भी की। इस बीच दोनों पक्षों ने आपसी सहमति से मामला सुलझा लिया। आम आदमी पार्टी की ओर से कहा गया कि जनहित में काम हो, सदन चल सके, इसलिए विवाद सुलझाया गया। लेकिन यह फैसला आम आदमी पार्टी के पार्षद अजय कुमार को रास नहीं आया उन्होंने वॉकआउट कर दिया।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली :
उत्तरी दिल्ली नगर निगम सदन की बैठक में उस समय अजीब स्थिति हो गई जब कांग्रेस की पार्षद पूनम बांगड़ी निगम स्कूलों में डेस्क की कमी के मुद्दे को लेकर महापौर के आसन के समक्ष जमीन पर बैठ गई। महापौर आदेश गुप्ता ने जब पूनम बांगड़ी को अपने स्थान पर बैठने के निर्देश दिए तो कुछ देर बार कांग्रेस दल के नेता मुकेश गोयल समेत सभी पार्षद जमीन पर बैठ गए। हालांकि महापौर ने तुरंत आयुक्त को इस मुद्दे पर जवाब देने को कहा। उन्होंने साफ निर्देश दिए कि 15 दिन के भीतर निगम स्कूलों में डेस्क की कमी को पूरा किया जाए। इस मामले की भी जांच की जाए कि किस अधिकारी की लापरवाही से अब तक इन स्कूलों में डेस्क उपलब्ध नहीं हो पाए।
महापौर को कार्रवाई का निर्देश देने के लिए इसलिए भी मजबूर होना पड़ा, क्योंकि कांग्रेस के साथ भाजपा के पार्षदों ने भी इस मुद्दे पर अधिकारियों को घेरना शुरू कर दिया था। एक के बाद एक भाजपा के दो-तीन पार्षद डेस्क की कमी को लेकर अधिकारियों पर नाराज भी दिखे। बसपा पार्षद ने भी कहा कि उनके वार्ड के स्कूल तो बिना ¨प्रसिपल के ही चल रहे हैं। 2600 बच्चों वाले स्कूल में भी ¨प्रसिपल नहीं हैं।
आयुक्त के निर्देश पर शिक्षा निदेशक हेमंत कुमार हेम ने कहा कि डेस्क खरीदने के लिए प्रक्रिया जारी है। इसी माह परचेज ऑर्डर जारी किए जाएंगे। इसके तहत आठ हजार डेस्क खरीदे जाएंगे। उन्होंने बताया कि फिलहाल 19 हजार 400 डेस्कों की जरूरत है। महापौर ने कहा कि 15 दिन के भीतर प्रक्रिया पूरी की जाए। आयुक्त को यह भी निर्देश दिए गए कि वे लिखित रूप में समस्या के निराकरण की जानकारी सभी पार्षदों को दे।
पूरे मामले पर निगमायुक्त वर्षा जोशी ने कहा कि स्कूलों में डेस्कों का न होना गंभीर समस्या है। पार्षद पूनम के वार्ड में डेस्क पहुंचाने की व्यवस्था की जाएगी। साथ ही 10 दिन के भीतर डेस्क शिफ्ट यानी जिन स्कूलों में डेस्क ज्यादा हैं, वहां से उठाकर जरूरत वाले स्कूलों में पहुंचाए जाएंगे।
उत्तरी निगम में भी 31 मार्च तक बिना ब्याज और जुर्माने के भर सकेंगे संपत्तिकर
दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के बाद उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने भी संपत्तिकर के लिए आम माफी योजना की घोषणा कर दी है। इसके तहत उत्तरी दिल्ली नगर निगम की सदन की बैठक में आम माफी योजना को मंजूरी दे दी गई। महापौर आदेश गुप्ता ने बताया कि जो भी नागरिक अपनी संपत्ति का बकाया कर 31 मार्च तक जमा कर देगा उसे ब्याज और जुर्माना नहीं देना पड़ेगा। उन्होंने बताया कि इस बारे में जल्द आदेश भी निकाल दिए जाएंगे।
25 स्थानों पर खुलेंगे जन औषधि केंद्र
नागरिकों को सस्ती दवाइयां उपलब्ध कराने के लिए महापौर ने निगम के विज्ञापन विभाग को निर्देश दिए हैं कि वे जल्द 25 औषधि केंद्र खोलने पर कार्य करें। महापौर ने बताया इससे नागरिकों को सस्ती दवाइयां भी मिल सकेंगी और लोगों को रोजगार भी मिलेगा। इसके एवज में आने वाले किराये से निगम की आय भी बढे़गी। महापौर ने बताया कि निगम की सभी अस्पतालों से लेकर खाली संपत्तियों में ये औषधि केंद्र खोले जाएं।
टी-शर्ट पहनकर आने पर विवाद
दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के सदन की बैठक में पिछले दिनों 'नमो अगेन' की टी-शर्ट पहनकर पहुंची भाजपा पार्षद नितिक के बाद उत्तरी निगम की बैठक में कांग्रेस पार्षद भी टी-शर्ट पहनकर पहुंच गए। आले मोहम्मद ने नीले रंग की टी-शर्ट पर राहुल गांधी को अगला प्रधानमंत्री बनाने की बात लिख रखी थी। इस पर भाजपा पार्षद नीरज गुप्ता ने आपत्ति जताई। हालांकि महापौर ने नीरज को शांत कराकर बैठा दिया।
आप पार्षद ने वाक आउट किया
पिछले माह टाउन हॉल की बैठक में भाजपा और आप पार्षद के बीच हुई नोंक-झोक को लेकर सोमवार को सदन की बैठक में फिर हंगामा हुआ। नेता प्रतिपक्ष अनिल लाकड़ा ने भाजपा पार्षदों से घटना के लिए माफी मांगने की अपील की। इस बीच आम आदमी पार्टी और भाजपा के पार्षद एक-दूसरे के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। मामला बढ़ता देख महापौर ने कुछ देर के बैठक स्थगित भी की। इस बीच दोनों पक्षों ने आपसी सहमति से मामला सुलझा लिया। आम आदमी पार्टी की ओर से कहा गया कि जनहित में काम हो, सदन चल सके, इसलिए विवाद सुलझाया गया। यह फैसला आम आदमी पार्टी के पार्षद अजय कुमार को रास नहीं आया और उन्होंने वॉकआउट कर दिया।