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Delhi: झिलमिल के सरकारी स्कूल में मिड-डे मील खाकर नौ छात्राएं हुई बीमार, फूड पॉइजनिंग का बनी शिकार

दिल्ली के झिलमिल स्थित अविनाश चंद्र चड्ढा राजकीय उच्चतर माध्यमिक कन्या विद्यालय में मिड डे मील खाकर मंगलवार को नौ छात्राओं के बीमार हो गईं। इनमें से तीन छात्राएं 14 वर्ष से कम और छह छात्राएं 14 वर्ष से अधिक आयु की हैं।

By Ritu RanaEdited By: Abhi MalviyaPublished: Tue, 24 Jan 2023 09:08 PM (IST)Updated: Tue, 24 Jan 2023 09:08 PM (IST)
Delhi: झिलमिल के सरकारी स्कूल में मिड-डे मील खाकर नौ छात्राएं हुई बीमार, फूड पॉइजनिंग का बनी शिकार
अस्पताल ने छात्राओं के बीमार होने की वजह फूड पॉइजनिंग बताई है।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। झिलमिल स्थित अविनाश चंद्र चड्ढा राजकीय उच्चतर माध्यमिक कन्या विद्यालय में मिड डे मील खाकर मंगलवार को नौ छात्राओं के बीमार हो गईं। इनमें से तीन छात्राएं 14 वर्ष से कम और छह छात्राएं 14 वर्ष से अधिक आयु की हैं। मिड डे मील का खाना खाने के बाद छात्राओं ने पेट दर्द और उल्टी की शिकायत की। इसके बाद इन छात्राओं को उपचार के लिए नजदीकी मोहल्ला क्लीनिक ले जाया गया, जहां से उन्हें डा. हेडगेवार अस्पताल रेफर कर दिया गया। अस्पताल ने छात्राओं के बीमार होने की वजह फूड पाइजनिंग बताई है।

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घटना की जानकारी मिलने के बाद अस्पताल की रोग कल्याण समिति के अध्यक्ष आप विधायक एसके बग्गा और दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल भी छात्राओं से मिलने पहुंचे।

क्या बोलीं छात्राएं?

छात्राओं ने बताया कि मिड डे मील में उन्हें दाल और चावल बांटे गए, जिसमें से बदबू आ रही थी। इसकी शिकायत उन्होंने शिक्षकों से भी की, लेकिन उन्होंने अनसुना कर दिया। उन्होंने मिड डे मील खाया और कुछ देर बाद ही पेट दर्द के साथ उल्टी होने लगी। मौके पर पहुंचे अभिभावकों ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि स्कूल में बच्चों को दूषित खाना दिया जा रहा है, जिससे बच्चे बीमार हो रहे हैं। मांग रखी कि स्कूलों में बिना गुणवत्ता जांचे खाना नहीं परोसा जाना चाहिए, ऐसी लापरवाही पर बच्चों का जीवन भी खतरे में पड़ सकता है। 

मामले को लेकर सबकी अलग-अलग राय

आज झिलमिल कालोनी के गर्ल्स स्कूल में मिड- डे-मील खाने से कुछ बच्चियों की तबीयत खराब हो गई। इस संबंध में मिड-डे-मील तैयार करने वाली एजेंसी के विरुद्ध लापरवाही बरतने पर कार्रवाई होनी चाहिए। भविष्य में भी ऐसी घोर लापरवाही के लिए इनकी जिम्मेदारी तय करते हुए दंड तय कर शिक्षा विभाग की और से सख्त आदेश जारी होने चाहिए।

-अजय वीर यादव, महासचिव, गवर्नमेंट स्कूल टीचर्स एसोसिएशन

छात्राओं के अस्पताल में भर्ती होने की जानकारी मिलते ही उनसे मिला। सभी छात्राएं खतरे से बाहर हैं। बुधवार तक उन्हें डाक्टर की निगरानी में रखा जाएगा। स्वास्थ्य पूरी तरह ठीक होने पर उन्हें छुट्टी दे दी जाएगी। मिड डे मील बनाने व बांटने में जिन लोगों से, जहां भी लापरवाही हुई है। उस सभी पर कार्रवाई की जाएगी।

-एसके बग्गा, अस्पताल की रोग कल्याण समिति के अध्यक्ष व आप विधायक

जैसे ही छात्राओं के बीमार होने की जानकारी मिली, मैं उनसे मिलने पहुंचा। सभी छात्राओं का स्वास्थ्य ठीक है। नौ छात्राएं अस्पताल में भर्ती हुई हैं, जिन्हें फूड पोइजन हुआ है। स्कूल में छठी से आठवीं कक्षा तक की 250 छात्राओं के लिए मिड डे मील आता है।

मंगलवार को 70 छात्राओं ने मिड डे मिल खाया, जिनमें से नौ छात्राओं ने पेट दर्द व उल्टी की शिकायत की। इसके तुरंत बाद खाना बांटना बंद कर दिया गया और बीमार छात्राओं को स्कूल के पीछे वाले मोहल्ला क्लीनिक ले जाया गया। वहां से अस्पताल में भर्ती कराया। जहां सभी को ग्लूकोज चढ़ाया गया। डाक्टरों के परामर्श के बाद जल्द छात्राओं की छुट्टी कर दी जाएगी। साथ ही बुधवार को एक कमेटी बनाकर दोषी लोगों पर कार्रवाई भी की जाएगी।

-राम निवास गोयल, अध्यक्ष दिल्ली विधानसभा एवं क्षेत्रीय विधायक


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