सफाई सेवाओं का नहीं होगा निजीकरण
दक्षिणी दिल्ली नगर निगम में सफाई सेवाओं के निजीकरण की चर्चा पिछले काफी समय से चल रही है। इन चर्चाओं के बीच सफाई व्यवस्था से जुड़े कर्मचारियों के बीच निराशा छाई हुई है। सभी कर्मचारी अपने-अपने वरिष्ठों से इसकी सच्चाई का पता लगाने की कोशिश में जुटे हैं। इस सबके बीच स्थायी समिति के अध्यक्ष राजदत्त गहलोत ने साफ कर दिया है कि दक्षिणी दिल्ली नगर निगम द्वारा सफाई सेवाओं का निजीकरण नहीं किया जा रहा है।
जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली : दक्षिणी दिल्ली नगर निगम में सफाई सेवाओं के निजीकरण की चर्चा पिछले काफी समय से चल रही है। इन चर्चाओं के बीच सफाई व्यवस्था से जुड़े कर्मचारियों के बीच निराशा छाई हुई है। सभी कर्मचारी अपने-अपने वरिष्ठों से इसकी सच्चाई का पता लगाने की कोशिश में जुटे हैं। इस सबके बीच स्थायी समिति के अध्यक्ष राजदत्त गहलोत ने साफ कर दिया है कि दक्षिणी दिल्ली नगर निगम द्वारा सफाई सेवाओं का निजीकरण नहीं किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमारे सफाई सैनिकों को भ्रमित किया जा रहा है कि निगम सफाई व्यवस्था का कार्य किसी निजी एजेंसी को देने जा रहा है, जो कि बिल्कुल निराधार और गलत है।
उन्होंने कहा कि हमारे सफाई सैनिक अपना कार्य करने में पूरी तरह सक्षम हैं और निष्ठापूर्वक अपनी सेवाएं दे रहे हैं। ऐसे में किसी निजी एजेंसी को नियुक्त करना पूर्णत: अनैतिक है। उन्होंने कहा कि सफाई सैनिक हमारे कोरोना योद्धा हैं। हम उनका सम्मान करते हैं और उनके साथ किसी भी प्रकार का अन्याय नहीं होगा। उन्होंने बताया कि सफाई सैनिकों के बीच यह भ्रम उत्पन्न किया जा रहा है कि उन्हें नौकरी से हटा दिया जाएगा। गहलोत ने सभी नियमित, कॉन्ट्रैक्ट या दैनिक वेतनभोगी सफाई कर्मचारियों से अपील किया कि ऐसी अफवाह पर ध्यान न दें। उन्हें बिल्कुल नहीं हटाया जाएगा और वे पहले की तरह ही अपना कार्य करते रहेंगे। इस मसले पर एक कदम आगे बढ़ते हुए उन्होंने सफाई कर्मचारियों से कहा कि अगर उन्हें किसी प्रकार की समस्या है तो वे स्वयं उनसे मिलकर इसके निदान करने का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि दक्षिणी दिल्ली नगर निगम सदैव अपने कर्मचारियों के हित के लिए कार्य करती है। गहलोत ने कहा कि हर परिस्थिति में हम अपने कर्मचारियों के साथ खड़े हैं और उनके लिए कई कल्याणकारी योजनाओं को लागू करने के लिए प्रयासरत हैं।