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एनएच-709 बी के निर्माण में दिख रहा विभागीय तालमेल का अभाव

जागरण संवाददाता प‌रू्वी दिल्ली केंद्र सरकार की ओर से दिल्ली-यमुनोत्री मार्ग को राष्ट्रीय राज

By JagranEdited By: Published: Thu, 09 Jul 2020 11:25 PM (IST)Updated: Thu, 09 Jul 2020 11:25 PM (IST)
एनएच-709 बी के निर्माण में दिख रहा विभागीय तालमेल का अभाव
एनएच-709 बी के निर्माण में दिख रहा विभागीय तालमेल का अभाव

जागरण संवाददाता, प‌रू्वी दिल्ली: केंद्र सरकार की ओर से दिल्ली-यमुनोत्री मार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) 709बी घोषित करने के बाद इससे गुजरने वाले लोगों ने बड़ी राहत महसूस की थी। अब इसके बनने का काम शुरू होने से पहले ही विभागीय तालमेल का अभाव देखने को मिल रहा है। इससे इसके निर्माण कार्य में देरी हो सकती है। दरअसल, दिल्ली में अक्षरधाम से पावी गांव तक राष्ट्रीय राजमार्ग का निर्माण एलिवेटेड तरीके से होना है। इससे उत्तर-पूर्वी दिल्ली के लोगों को जाम से मुक्ति मिलेगी, लेकिन इसका निर्माण कार्य शुरू होने से पहले ही बिजली वितरण कंपनी बीएसईएस की ओर से रोड को काटकर फीडर लाइन डालने का काम शुरू किया गया है। इस निर्माण कार्य को शुरू करने से पहले कंपनी की ओर से लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) से अनुमति ली गई। इसके बाद काम शुरू किया गया। बीएसईएस की ओर से रोड काटकर लाइन डालने का काम शुरू होने के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) की ओर से इस पर आपत्ति दर्ज कराते हुए पीडब्ल्यूडी को पत्र लिखा गया और कहा गया कि बीएसईएस को अनुमति देते समय उनसे सलाह नहीं ली गई। एनएचएआइ के अधिकारियों का कहना है कि किसी भी रोड के राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित होने के बाद उस पर होने वाले किसी भी तरह के निर्माण कार्य के लिए एनएचएआइ से सलाह लेना जरूरी होता है, लेकिन पीडब्ल्यूडी की ओर से बीएसईएस को फीडर लाइन डालने की अनुमित बिना एनएचएआइ की सलाह के दे दी गई। इससे आने वाले समय में जब एनएच का निर्माण कार्य शुरू होगा तो फीडर लाइन से समस्या उत्पन्न हो सकती है। इस समस्या होने पर अगर इस लाइन को शिफ्ट कराना पड़ा तो इस पर कई करोड़ रुपये का खर्च आ सकता है, जिसके लिए पीडब्ल्यूडी और बीएसईएस जिम्मेदार होंगे। वहीं पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों का कहना है कि इस समय रोड उनके पास है। इसलिए बीएसईएस को लाइन डालने के लिए उनकी ओर से अनुमति दी गई है। इसमें एनएचएआइ की फिलहाल कोई भूमिका नहीं बनती है। वहीं बीएसईएस के अधिकारियों का कहना है कि हमने अनुमति लेकर ही फीडर डालने का कार्य शुरू किया है। पिछले साल जनवरी में एनएच-709बी का शिलान्यास होने के तुरंत बाद पीडब्ल्यूडी के अधीन इस रोड पर किसी भी प्रकार के नए निर्माण और अतिक्रमण पर रोक लगाने के लिए एनएचएआइ की ओर से पत्र लिखा गया, ताकि निर्माण कार्य शुरू होने पर आने वाली दिक्कतों को दूर किया जा सके। इधर, पूर्वी दिल्ली नगर निगम (ईडीएमसी) भी पीडब्ल्यूडी से अनुमति लेकर एनएच के किनारे डलाव घर का निर्माण कार्य कर रहा है। इससे भी एनएच-709बी के निर्माण कार्य में देरी हो सकती है। इससे उत्तर-पूर्वी दिल्ली, बागपत, गाजियाबाद और सहारनपुर संसदीय क्षेत्र की जनता को एनएच के निर्माण कार्य के पूरा होने के लिए इंतजार करना पड़ सकता है।

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