रेल के कचरे से बिजली बनाने की तैयारी शुरू...पढ़ें खबर
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से निकलने वाले कचरे से बिजली बनाने की तैयारी है। इसके लिए नई दिल्ली स्टेशन पर म्यूनिसिपल सॉलिड वेस्ट (एमएसडब्ल्यू) संयंत्र लगाया जा रहा है, जिससे रोजाना 15 टन कचरे से 2000 यूनिट बिजली तैयार होगी।
नई दिल्ली। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से निकलने वाले कचरे से बिजली बनाने की तैयारी है। इसके लिए नई दिल्ली स्टेशन पर म्यूनिसिपल सॉलिड वेस्ट (एमएसडब्ल्यू) संयंत्र लगाया जा रहा है, जिससे रोजाना 15 टन कचरे से 2000 यूनिट बिजली तैयार होगी। संयंत्र लगाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है और इस वर्ष जून तक इसके तैयार होने की उम्मीद है।
संयंत्र के टेडर के लिए रेलवे बोर्ड ने मैसर्स राइट्स को नोडल एजेंसी नियुक्त किया है। टेंडर के पैकेट 22 फरवरी को खोले जाएंगे। संयंत्र लगाने का खर्च रेलवे उठाएगा और इसे चलाने के लिए पांच वर्ष का ठेका दिया जाएगा। ठेकेदार ही इसका रखरखाव भी करेगा। इस संयंत्र की अनुमानित आयु 12 वर्ष होगी।
दिल्ली के मंडल रेल प्रबंधक अरुण अरोड़ा ने बताया कि नई दिल्ली स्टेशन से निकलने वाले कचरे में से जैविक कचरा अलग किया जाएगा। इस कचरे से बिजली बनेगी। इसके साथ ही इससे खाद भी तैयार होगा। दोनो का उपयोग रेलवे करेगा।
रेलवे ठेकेदार से घरेलू उपभोक्ता दर पर बिजली खरीदेगी। इसी तरह से ठेकेदार से खाद भी खरीदकर इसका उपयोग रेलवे परिसरों में लगाए गए पौधों में किया जाएगा। इस संयंत्र को लगाने के लिए लगभग 15 हजार वर्ग मीटर जमीन की जरूरत है। वहीं, इसे चलाने के लिए 50 किलोवाट बिजली और 12 किलोलीटर पानी की आवश्यकता होगी। इसमें प्रयोग होने वाले पानी को रिसाइकल करने की भी व्यवस्था होगी।
डीआरएम का कहना है कि पर्यावरण को ध्यान मे रखते हुए यह योजना तैयार की गई है। इसी तरह से सौर ऊर्जा को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। कई स्टेशनों व रेलवे परिसरों में सोलर पैनल लगाए गए हैं। आने वाले दिनों में इस तरह की कुछ और योजनाओ पर भी काम किया जाएगा।