24 साल की उम्र में 50 से अधिक लोगों से ठगी, यूपी से दिल्ली आकर ऐसे लोगों को लगाता था चूना
मात्र 24 वर्ष का सूरज अब तक 50 से अधिक लोगों से ठगी करने के साथ उनकी सौ से अधिक कारों को बेच चुका है।
नई दिल्ली, जेएनएन। खुद को टूर एंड ट्रेवल कंपनी का मालिक बताकर लोगों की कारों को होटल में किराए पर लगवाने के बहाने ठगी करने के मामले में एक युवक को क्राइम ब्रांच की एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है। उसकी पहचान उत्तर प्रदेश के मैनपुरी के रहने वाले सूरज सिंह के रूप में हुई है। मात्र 24 वर्ष का सूरज अब तक 50 से अधिक लोगों से ठगी करने के साथ उनकी सौ से अधिक कारों को बेच चुका है।
आरोपित के पास से दो लाख की नकदी और सौ ग्राम सोने के बिस्कुट सहित सोने के आभूषण बरामद किए गए हैं, जो उसने ठगी के पैसों से खरीदे थे। डीसीपी डॉ. जी. राम गोपाल नाइक ने बताया कि 14 अगस्त को गांधी नगर थाने में एक व्यक्ति ने शिकायत दी थी कि सूरज सिंह ने खुद को टूर एंड ट्रेवल कंपनी का मालिक बताकर उनकी महेंद्रा एसयूवी कार को ट्रेवल एजेंसी में लगाकर अच्छा किराया दिलाने के नाम पर ठगी की है।
पांच अगस्त को हुआ फरार
महेंद्रा एसयूवी के अलावा कई और कार भी एजेंसी में लगाने के लिए दी थी। उसने शुरूआत में कुछ पैसे दिए, लेकिन सात आठ माह से उसने किराए के रूप में पैसे देने बंद कर दिए। पांच अगस्त को वह सभी वाहनों और अपना सामान समेटकर भाग गया। उससे ठगी के शिकार हुए काफी लोगों ने थाने में शिकायत दी। मामले की जांच करने के लिए क्राइम ब्रांच की एसटीएफ के एसीपी पंकज सिंह के निर्देशन में टीम बनाई गई। टीम ने तकनीकी रूप से और सीसीटीवी कैमरों की मदद से जांच शुरू की।
आनंद विहार से गिरफ्तार
सूरज को पकड़ने के लिए टीम मनाली, सुंदर नगर, अंबाला, आगरा, वृंदावन और मथुरा सहित कई स्थानों पर गई। काफी प्रयास के बाद रविवार को सूरज को आनंद विहार से पकड़ लिया गया। वह उस समय मुम्बई भागने की तैयारी में था।
2002 में आया था दिल्ली
पूछताछ में उसने बताया कि वह 2002 में अपनी मां और बड़े भाई के साथ दिल्ली आ गया था। सीमापुरी में उसकी दोस्ती बिलाल खान और महबूब से हुई। जनवरी 2018 में तीनों ने मिलकर लोगों को ठगने का प्लान बनाया और गाजियाबाद के साहिबाबाद में ट्रेवल एजेंसी खोलकर सूरज सिंह को आगे कर दिया गया। वे लोगों की कारों को ट्रेवल कंपनी के जरिए होटल में लगवाकर 60 हजार रुपये से दो लाख रुपये प्रतिमाह किराया देने का झांसा देते थे।
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100 से अधिक कार बेचने का आरोप
शुरूआत में कुछ पैसे कार मालिक को देते, लेकिन बाद में उसके नाम से नई कार खरीदने के नाम पर उस पैसे को वापस ले लेते थे। किराए पर लगाने के लिए जो कार लेते थे, उसके मालिक के फर्जी साइन करके कार को बेच देते थे। पूछताछ में सूरज ने बताया कि वह अब तक करीब 50 से अधिक लोगों से ठगी करके सौ से अधिक कारों को बेच चुका है।