World Environment Day: 'जब तक पर्यावरण का सम्मान करना नहीं सीखेंगे, तब तक मानव जीवन असुरक्षित रहेगा'
World Environment Day विशिष्ट वक्ता के रूप में प्रसिद्द पर्यावरणविद एवं बाढ़ मुक्ति अभियान के संयोजक दिनेश मिश्र ने अपने वक्तव्य में कहा कि जब तक हम पर्यावरण का सम्मान करना नहीं सीखेंगे तब तक मानव जीवन असुरक्षित रहेगा।
नई दिल्ली, जेएनएन। विश्व पर्यावरण दिवस पर रिस्पेक्ट इंडिया एवं विश्व भोजपुरी सम्मेलन के संयुक्त तत्वावधान मे परिचर्चा का आयोजन किया गया। इस परिचर्चा का उद्देश्य पर्यावरण की चुनौतियों से लोगों को अवगत व सुरक्षित करना है। कार्यक्रम का उद्घाटन सिक्किम के पूर्व राज्यपाल एवं गृह सचिव बाल्मीकि प्रसाद सिंह ने किया। उन्होंने अपने उद्घाटन वक्तव्य में कहा कि आज हमारा समय और समाज पर्यावरण की चुनौतियों से जूझ रहा है। भौतिक जीवन को सहज बनाकर ही हम पर्यावरण की रक्षा कर सकते हैं।
कार्यक्रम में बीज वक्ता के रूप में मुंबई वर्सोवा स्थित सीआईएफई के पूर्व निदेशक एवं कुलपति डॉ दिलीप कुमार ने कहा कि पयार्वरण जीवन का आधार है। विशिष्ट वक्ता के रूप में प्रसिद्द पर्यावरणविद एवं बाढ़ मुक्ति अभियान के संयोजक दिनेश मिश्र ने अपने वक्तव्य में कहा कि जब तक हम पर्यावरण का सम्मान करना नहीं सीखेंगे, तब तक मानव जीवन असुरक्षित रहेगा। मुख्य वक्ता के रूप में सेन्ट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ़ साउथ बिहार के स्कूल ऑफ अर्थ, बायोलॉजिकल एंड एनवायर्नमेंटल साइंसेज के डीन प्रो रामकुमार ने पर्यावरण संरक्षित रखने के तरीकों पर सविस्तार से चर्चा की।
उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति में पर्यावरण को विशेष महत्व दिया गया है। प्रो राम कुमार भारत मे रेस्टोरेशन इकोलॉजी के क्षेत्र मे व्यावहारिक विशेषज्ञ माने जाते हैं। कार्यक्रम मे आगत अतिथियों का स्वागत रेस्पेक्ट इंडिया के संरक्षक एवं विश्व भोजपुरी समेल्लन (दिल्ली इकाई) के अध्यक्ष विनय मणि त्रिपाठी ने किया। उन्होंने कहा कि इस तरह की परिचर्चा से समाज मे सजगता आती है और लोग प्रर्यावरण के प्रति जागरूक होते हैं।
कार्यक्रम के अध्यक्ष विश्व भोजपुरी समेल्लन के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया के पूर्व कार्यकारी निदेशक अजीत दुबे ने लोगों से पर्यावरण को स्वच्छ एवं स्वस्थ रखने का आह्वान किया। कार्यक्रम का संचालन रिस्पेक्ट इंडिया के अध्यक्ष एवं सीईओ व उत्कर्ष क्लासेज के फाउंडर निर्मल गहलौत ने किया।
उन्होंने कहा कि हम छोटी - छोटी आदतों मे सुधार लाकर पर्यावरण को बेहतर बना सकते है। प्रदूषण मुक्त पर्यावरण के लिए सबका सामूहिक सहयोग व समझ जरुरी है। रिस्पेक्ट इंडिया एवं विश्व भोजपुरी सम्मेलन (दिल्ली इकाई) के महासचिव डॉ मनीष के चौधरी ने सभी अतिथियों एवं प्रतिभागियों के प्रति आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम मे डॉ प्रमोद द्विवेदी, शम्भू झा, बसंत झा, डॉ नेहा मिश्रा की भागेदारी रही ।