World Book Fair: अगले साल लगने वाले पुस्तक मेले की तारीख भी आई सामने, फरवरी में इस दिन से होगा शुरू
World Book Fair अगला विश्व पुस्तक मेला प्रगति मैदान में एक से नौ फरवरी 2025 के दौरान आयोजित होगा। यह घोषणा राष्ट्रीय पुस्तक न्यास (एनबीटी) के अध्यक्ष प्रो मिलिंद सुधाकर मराठे ने रविवार को 31वें विश्व पुस्तक मेले अंतिम दिन की। उन्होंने इसके सफल आयोजन पर प्रसन्नता व्यक्त करे हुए सभी आगंतुकों प्रकाशकों सह-आयोजक संस्थाओं और मीडियाकर्मियों का आभार भी व्यक्त किया।

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। World Book Fair: अगला विश्व पुस्तक मेला प्रगति मैदान में एक से नौ फरवरी 2025 के दौरान आयोजित होगा। यह घोषणा राष्ट्रीय पुस्तक न्यास (एनबीटी) के अध्यक्ष प्रो मिलिंद सुधाकर मराठे ने रविवार को 31वें विश्व पुस्तक मेले अंतिम दिन की।
उन्होंने इसके सफल आयोजन पर प्रसन्नता व्यक्त करे हुए सभी आगंतुकों, प्रकाशकों, सह-आयोजक संस्थाओं और मीडियाकर्मियों का आभार भी व्यक्त किया। वहीं एनबीटी के निदेशक युवराज मलिक के अनुसार, नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेला 2024 भारतीय प्रकाशन उद्योग को वैश्विक स्तर पर नई पहचान देने में सफल रहा।
उधर मेले के अंतिम दिन रविवार को भी मेले में अच्छी रौनक रही। सुबह से ही पाठकों की खासी भीड़ देखने को मिली, जो दिन भर बनी रही। जगह जगह साहित्यिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होते रहे।
जाने माने लेखक राजीव रंजन प्रसाद की पुस्तक “बस्तर से गुजरते हुए” का लोकार्पण किया गया। उनकी यह नई किताब प्रलेक प्रकाशन, मुंबई के द्वारा प्रकाशित की गई है। राजीव रंजन का जीवन मुख्य रूप से बस्तर में रहते और काम करते बीता है। इसलिए वहां की सामाजिक, आर्थिक और ऐतिहासिक स्थिति पर उनकी गहरी पकड़ है। इस पुस्तक में बस्तर क्षेत्र और वहां की प्रमुख समस्या नक्सलवाद की गहन विश्लेषण किया गया है।
हिन्दी में सिनेमा के पहले एनसायक्लोपीडिया पर सार्थक चर्चा
इन्दिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (आईजीएनसीए) ने हिन्दी में सिनेमा के विश्वकोश का प्रकाशन किया है, जो प्रसिद्ध फिल्म पत्रकार श्रीराम ताम्रकर जी के अथक प्रयासों का परिणाम है। पुस्तक मेले में इस पर भी गंभीर चर्चा हुई।
इस चर्चा में प्रसिद्ध फिल्म निर्माता और अभिनेता राहुल मित्रा, लेखक एवं फिल्मकार डा राजीव श्रीवास्तव, प्रसिद्ध लेखक एवं फिल्म विश्लेषक अविजीत घोष और प्रसिद्ध फिल्म विश्लेषक अर्णब बनर्जी ने भाग लिया। चर्चा का संचालन इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के मीडिया सेंटर के नियंत्रक अनुराग पुनेठा ने किया।
चर्चा में राहुल मित्रा ने कहा कि भारतीय सिनेमा पर इस तरह के एनसायक्लोपीडिया का प्रकाशन एक शानदार प्रयास है और यह सिनेमाप्रेमियों तथा सिनेमा के अध्येताओं व छात्रों के लिए बहुत उपयोगी साबित होगा। ‘साहेब बीवी और गैंगस्टर’, ‘साहेब बीवी और गैंगस्टर रिटर्न्स’, तथा ‘तोरबाज’ जैसी फिल्मों के निर्माता राहुल मित्रा ने इस एनसायक्लोपीडिया के प्रकाशन के लिए आईजीएनसीए को मुक्तकंठ से धन्यवाद दिया। उन्होंने जोर देकर कहा कि सिनेमाप्रेमियों और छात्रों, दोनों के लिए इसका महत्त्व है और यह एनसायक्लोपीडिया एक अमूल्य संसाधन साबित होगा।

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