cancer awareness Rally: साइकिल रैली के जरिये महिलाओं को किया कैंसर से बचाव के प्रति जागरूक
200 से ज्यादा महिला साइकिलिस्ट ने शारीरिक सक्रियता वाली जीवनशैली के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से आयोजित साइक्लोथान होप आन द व्हील्स में हिस्सा लिया। राजीव गांधी कैंसर इंस्टीट्यूट एंड रिसर्च सेंटर (आरजीसीआईआरसी) नीति बाग ने रोटरी इंटरनेशनल डिस्टि्रक्ट 3011 के साथ मिलकर इस साइकिल रैली का आयोजन किया।
नई दिल्ली [अरविंद द्विवेदी]। कैंसर समेत कई गंभीर बीमारियों से बचने में शारीरिक सक्रियता का अहम योगदान हो सकता है। इसी को ध्यान में रखते हुए 200 से ज्यादा महिला साइकिलिस्ट ने शारीरिक सक्रियता वाली जीवनशैली के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से आयोजित साइक्लोथान 'होप आन द व्हील्स' में हिस्सा लिया।
20 किलोमीटर की निकाली साइकिल रैली
राजीव गांधी कैंसर इंस्टीट्यूट एंड रिसर्च सेंटर (आरजीसीआईआरसी), नीति बाग ने रोटरी इंटरनेशनल डिस्टि्रक्ट 3011 के साथ मिलकर इस साइकिल रैली का आयोजन किया। महिलाओं ने आरजीसीआईआरसी से 20 किलोमीटर की साइकिल रैली निकाली।
अभिनेत्री सयाली भगत ने चलाई साइकिल
मुख्य अतिथि अभिनेत्री सयाली भगत ने भी साईकिल चलाई। रैली दिल्ली गवर्नमेंट प्राइमरी स्कूल, मदनगीर और साईंधाम, हौजखास से होकर निकली जहां स्तन कैंसर, सर्विक्स कैंसर और ओरल कैंसर की निशुल्क स्क्रीनिंग के लिए हेल्थ चेकअप कैंप लगाए गए थे। ये तीनों भारत में सबसे ज्यादा होने वाले कैंसर हैं।
गौरी कपूर ने खराब जीवनशैली को बताया कैंसर का कारण
आरजीसीआईआरसी की मेडिकल डायरेक्टर डा. गौरी कपूर ने कहा कि कैंसर के बढ़ते मामलों में तंबाकू एवं शराब के सेवन और खराब जीवनशैली की बड़ी भूमिका है। आलस्य वाली जीवनशैली इसका बड़ा कारण है। अध्ययनों में ज्यादा शारीरिक सक्रियता और विभिन्न प्रकार के कैंसर के कम खतरे के बीच सीधा संबंध पाया गया है।
एक्सरसाइज करने से खतरा होता है कम
व्यायाम करने से कैंसर का खतरा काफी कम होता है। इससे वजन कम रखने में मदद मिलती है। मोटापे का संबंध 13 तरह के कैंसर से पाया गया है। यह हार्मोन्स को नियमित करने में मदद करता है। हार्मोन्स की बढ़ी हुई मात्रा भी कई तरह के कैंसर का खतरा बढ़ा देती है। व्यायाम से पाचन तंत्र बेहतर होता है और शरीर में कई तरह के विषाक्त पदार्थ कम होते हैं।