EWS कोटे में दाखिले के नाम पर महिला ने की 4.91 लाख की ठगी, पुलिस ने किया गिरफ्तार
ईडब्ल्यूएस कोटे के तहत नामी स्कूल में दाखिला करवाने के नाम पर लाखों रुपये की ठगी करने वाली महिला को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
नई दिल्ली, जेएनएन। ईडब्ल्यूएस (आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग) कोटे के तहत नामी स्कूल में दाखिला करवाने के नाम पर लाखों रुपये की ठगी करने वाली महिला आरती दूबे को मधु विहार थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है। महिला के खिलाफ कुछ लोगों ने शिकायत की थी। इसके अलावा उपमुख्यमंत्री कार्यालय से भी इस संबंध में पुलिस उपायुक्त को कार्रवाई करने के लिए कहा गया था।
इसके बाद मामला दर्ज किया गया और मंगलवार को गिरफ्तारी हुई। हालांकि स्थानीय भाजपा नेता महिला को आप कार्यकर्ता बता रहे हैं। उनका कहना है कि उसका आप नेताओं से अच्छे संपर्क हैं। जानकारी के अनुसार, वेस्ट विनोद नगर निवासी महिला लक्ष्मी रावत परदे की दुकान में काम करती हैं। वह अपने दो बेटों का दाखिला किसी नामी स्कूल में ईडब्ल्यूएस कोटे में करवाना चाहती थीं। लेकिन इसमें उन्हें सफलता नहीं मिल रही थी।
इस दौरान दुकान पर सुख सागर अपार्टमेंट में रहने वाली आरोपित आरती दूबे आई। बातचीत के दौरान उसने दिल्ली सरकार में अच्छा संपर्क होने का दावा किया और कहा कि वह 70 हजार रुपये में किसी भी स्कूल में ईडब्ल्यूएस कोटे में दाखिला करवा सकती है। लक्ष्मी ने इस बारे में अपनी सहेलियों व रिश्तेदारों से भी बात की, सात महिलाएं झांसे में आ गईं और उन्होंने 10 बच्चों के लिए आरती को रुपये दे दिए। एक महिला ने आंगनबाड़ी में नौकरी के लिए रुपये दे दिए। कुल मिलाकर पीड़ितों ने आरती को 4.91 लाख रुपये दे दिए।
वह अप्रैल में सभी को स्कूल ले गई और कुछ बच्चों को किताब-ड्रेस दिलवाकर वापस भेज दिया और कहा कि मई में इन सबका दाखिला हो जाएगा। सभी महिलाएं मई में स्कूल पहुंचीं तो आरती ने बताया कि प्रिंसिपल से बात हो गई है और बारी-बारी से दाखिला किया जाएगा। लेकिन काफी समय बीत जाने के बाद भी किसी का दाखिला नहीं हुआ।
इसके बाद उसने टाल-मटोल करना शुरू कर दिया। बाद में सभी पैसे वापस मांगने लगे तो वह बहाने बनाने लगी। ज्यादा दबाव बनाने पर उसने 1.49 लाख रुपये लक्ष्मी को लौटा दिए, जबकि लक्ष्मी सजवान नामक महिला को एक-एक लाख रुपये का दो चेक दिया, जो बाउंस हो गए। मधु विहार पुलिस को शिकायत दी गई।
इसी बीच जब बात उपमुख्यमंत्री तक पहुंची तो उन्होंने पुलिस उपायुक्त से बात कर तुरंत कार्रवाई के लिए कहा। उसके बाद पुलिस सक्रिय हुई और गिरफ्तारी हुई। भाजपा नेता रवि नेगी का कहना है कि यह महिला आप की सक्रिय कार्यकर्ता है और वह कुछ आप नेताओं के संपर्क से गलत कार्य कर रही थी।
वहीं उपमुख्यमंत्री कार्यालय में बात करने पर बताया गया कि यह महिला पहले आप की कार्यकर्ता जरूर थी, लेकिन निगम चुनाव के बाद शिकायत आने के बाद पार्टी ने उसे बाहर कर दिया गया था। इतना ही नहीं जब धोखाधड़ी में संलिप्तता की बात सामने आई थी तो उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मामले में दखल दिया जिससे पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की।
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