Delhi: 'तुम्हें कोई छू नहीं पाएगा', दिल्ली सरकार से तनातनी के बीच एलजी की नौकरशाहों को समझाइश
दिल्ली में सरकार और नौकरशाहों के बीच चल रही तनातनी के बीच शु्क्रवार को दिल्ली सरकार में काम कर रहे नौकरशाहों के लिए सिविल सेवकों की कार्य क्षमता निर्माण में वृद्धि विषय पर विज्ञान भवन में कार्यशाला हुई।
नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। दिल्ली में सरकार और नौकरशाहों के बीच चल रही तनातनी के बीच शु्क्रवार को दिल्ली सरकार में काम कर रहे नौकरशाहों के लिए सिविल सेवकों की कार्य क्षमता निर्माण में वृद्धि विषय पर विज्ञान भवन में कार्यशाला हुई।
इस कार्यशाला में उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने नौकरशाहों की पीठ थपथापाई। एलजी ने नौकरशाहों से खचाखच भरे ऑडिटोरियम में कहा, ''आप को किसी से डरने की जरूरत नहीं है। आप लोग मेहनत और ईमानदारी से काम कीजिए आप काे कोई छू भी नहीं पाएगा।''
एलजी ने दी चेतावनी
इसके साथ ही एलजी ने चेतावनी भी दी। एलजी ने कहा, ''जो किसी के दबाव में आकर काम करेंगे, वे स्वयं ताे परेशान होंगे ही और दूसरों को भी परेशान करेंगे। इसके साथ ही एलजी ने विकास कार्यों पर भी प्रकाश डाला।'' उन्होंने कहा कि उनके एक साल के छोटे से कार्यकाल में इतने विकास के काम हुए हैं कि शायद उतने 10 सालों में नहीं हुए हैं।
इस दाैरान एलजी ने अधिकारियों की हौसला-अफजाई तो की ही, उन्हें चेताया भी कि आप जनता के सेवक हैं जनता के बास नहीं हैं,काम करने के दाैरान यह भावना आपके मन में होनी चाहिए। उपराज्यपाल ने दिल्ली के सिविल सेवकों से दो टूक कहा है कि वे हमेशा जनता के हितों में काम करें, जनता का विकास करें न कि विकास में रोड़े अटकाएं।
एलजी ने कहा कि जब नाैकरशाहों को याद दिलाया कि आप सिविल सेवा में नहीं आए होंगे तब आपको भी कई तरह के सरकारी कामों के लिए दफ्तरों में परेशानियों का सामना करना पड़ा होगा। एक बार आप उस समय के अनुभव और उस परेशानी को याद कीजिए जिससे आप गुजरे हैं। अगर आप उन परेशानियों को ध्यान में रखते हुए जनता की सेवा करेंगे तो आप अच्छे अधिकारी बनेंगे।
एलजी ने नाैकरशाहों के व्यवहार पर टिप्पणी करते हुए कहा कि आमतौर पर जब कोई अधिकारी बनता है तो बनते ही उसका पूरा बाडी लैंग्वेज बदल जाता है, लेकिन आपको यह याद रखने की जरूरत है कि आप सिविल सरवेंट हैं। उन्होंने कहा कि बेशक ऐसे अधिकारियों की संख्या कम हैं, लेकिन इससे सिविल सेवा बदनाम होती है।इसलिए ऐसी मनोवृत्ति को दिलो दिमाग से निकालना जरूरी है।
एलजी ने कहा कि किसी भी अधिकारी के लिए यह कहना आसान है कि ये चीजें नियम में नहीं हैं, लेकिन मुझे यह काम करना ही है, ऐसा कहने वाले कम हैं। उन्होंने सिविल सेवकों से कहा कि आपके ऊपर पुराने जड़ नियमों को बदलने की जरूरत है।आपके ऊपर पब्लिक सिस्टम को सुधारने की जिम्मेदारी है।
एलजी ने कहा कि काम ऐसा होना चाहिए कि जब आपका तबादला होता है तो लोग आपके कामों को याद करें।एलजी ने अधिकारियों की कमर्ठता का एक वाकया सुनाते हुए जल बोर्ड के एक सहायक अभियंता के कार्य काे सराहा।एलजी ने कहा मेरे कार्यकाल का एक साल पूरा हो गया है।इस छोटे से समय में मैंने बहुत कुछ सीखा है, बहुत कुछ जाना है और बहुत अनुभव प्राप्त किया है।
इस मौके पर उन्होंने दिल्ली के तीनों कूड़े के पहाड़ों को 12-से 14 माह में समाप्त करने का लक्ष्य बताया, वहीं यमुना की सफाई के कार्य को अपने कार्यकाल की बड़ी उपलब्धि बताया।उन्होंने एक साल में 5 हजार की जगह 17 हजार लोगों को सरकारी नाैकरी देने पर खुशी जताई।
नरेश कुमार सबसे बड़े कर्मयोगी
एलजी ने मुख्य सचिव नरेश कुमार की प्रशंसा करते हुए कहा कि मैंने आज तक ऐसा कर्मयोगी नहीं देखा। मुख्य सचिव जमीन से इतना जुड़े हैं कि इसकी आप कल्पना नहीं कर सकते।जब भी कुछ काम होता है वे खुद एसडीएम तक को फोन लगा देते हैं जबकि एक छोटे अधिकारी भी अपना रुतवा दिखाते रहते हैं।
नरेश कुमार 24 घंटे काम करते हैं। आप लोगों का यह सौभाग्य है कि आप इनके साथ काम कर रहे हैं।इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पसंद वाले अतिरिक्त मुख्य सचिव पी के गुप्ता और सेवा विभाग के सचिव एक के सिंह को मंच पर बैठाकर एलजी ने सम्मान दिया।
रिपोर्ट इनपुट- वीके शुक्ला