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बेखौफ बदमाशों का कहर, अब दिल्ली हाई कोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस के घर लूटपाट

दिल्ली पुलिस की निष्क्रियता से अपराध बढ़ रहे हैं। गत वर्ष के मुकाबले इस वर्ष अब तक अपराध की घटनाओं में खासा इजाफा हुआ है।

By Edited By: Published: Wed, 19 Sep 2018 10:20 PM (IST)Updated: Thu, 20 Sep 2018 08:06 AM (IST)
बेखौफ बदमाशों का कहर, अब दिल्ली हाई कोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस के घर लूटपाट
बेखौफ बदमाशों का कहर, अब दिल्ली हाई कोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस के घर लूटपाट

नई दिल्ली (जेएनएन)। देश की राजधानी दिल्ली में बदमाशों के अंदर पुलिस का खौफ समाप्त हो चुका है। यही कारण है कि गैंगवार, हत्या, फिरौती के लिए अपहरण, लूटपाट, डकैती, वाहन चोरी आदि संगीन आपराधिक घटनाओं में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है। ताजा घटनाक्रम तो और भी शर्मसार करने वाला है। अब बदमाशों ने दिल्ली हाई कोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश दलीप कपूर के घर में घुसकर उनकी पत्नी और बेटी को मारपीट कर बंधक बनाने के बाद लूटपाट की। दलीप कपूर की वर्ष 2000 में ब्रेन हेमरेज से मौत हो गई थी।

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उनका परिवार न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में रहता है। दलीप कपूर की पत्नी रीबा कपूर (78) व बेटी शीबू कपूर (45) ने पुलिस को दी शिकायत में लूटपाट का आरोप घरेलू सहायक संदीप और उसके साथियों पर लगाया है। संदीप को चार दिन पहले ही काम पर रखा गया था।

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि घटना 17 सितंबर की रात 11 बजे की है। अपने दोस्तों के साथ मिलकर संदीप ने बुजुर्ग महिला को बंधक बनाकर लूटपाट शुरू कर दी। इस दौरान उनकी बेटी शीबू अपने कमरे से बाहर आईं तो उनके सिर पर रॉड से कई वार किए। वह गंभीर रूप से जख्मी हुई हैं।

इसके बाद बदमाश घर में रखी नकदी, ज्वेलरी और अन्य सामान लेकर पीड़ित परिवार की कार से फरार हो गए। शीबू ने ही फोन पर पुलिस को वारदात की सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस शीबू को अस्पताल ले गई। आरोपितों की तलाश की जा रही है।

यहां पर बता दें कि पुलिस की निष्क्रियता से अपराध बढ़ रहे हैं। गत वर्ष के मुकाबले इस वर्ष अब तक अपराध की घटनाओं में खासा इजाफा हुआ है। साथ ही जघन्य आपराधिक मामलों को सुलझाने की दर भी पहले से काफी कम हुई है।

दिल्ली पुलिस के आंकड़े बताते हैं कि महिलाओं के प्रति अपराध में भी खासा इजाफा हुआ है। वसंत विहार सामूहिक दुष्कर्म की घटना के बाद कुछ महीने तक तो दिल्ली पुलिस महिला अपराध के मामले में बेहद सतर्क दिखी, लेकिन बाद में हालात पहले जैसे हो गए।

अपराध वर्ष 2017                  वर्ष 2018
हत्या-204                                  207
फिरौती के लिए अपहरण-8               12
दुष्कर्म- 851                             888
वाहन चोरी- 16,397                18,157


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