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हुलिया बदलकर 35 दिन तक हरियाणा के मेवात में क्यों छिपे दिल्ली पुलिस के जवान, पढ़ें-पूरी स्टोरी

आरोप है कि 23 अक्टूबर को शोएब खान लड़की को बहला-फुसलाकर अपने साथ मुजफ्फरपुर (बिहार( ले गया फिर वहां से आजमगढ़ गया और अपने दोस्त के पास कुछ दिन रहा। आरोप है कि वहां उसने नाबालिग के साथ दुष्कर्म किया।

By JP YadavEdited By: Published: Sat, 12 Dec 2020 01:44 PM (IST)Updated: Sat, 12 Dec 2020 03:06 PM (IST)
हुलिया बदलकर 35 दिन तक हरियाणा के मेवात में क्यों छिपे दिल्ली पुलिस के जवान, पढ़ें-पूरी स्टोरी
गिरफ्तार आरोपी का नाम शोएब खान है।

नई दिल्ली/मेवात [भगवान झा]। दिल्ली पुलिस ने एक 15 साल की नाबालिग लड़की को तलाशने के लिए बिल्कुल फिल्मी अंदाज में लुक बदला और आरोपित के साथ पीड़िता को बरामद कर दिया। अब मामला सामने आने के बाद दिल्ली पुलिस की जमकर तारीफ हो रही है। मिली जानकारी के मुताबिक, पश्चिमी दिल्ली के रजौरी गार्डन इलाके से अगवा हुई 15 साल की एक नाबालिग लड़की को छुड़ाने के लिए पश्चिमी दिल्ली के राजौरी गार्डन थाने के दो पुलिसकर्मियों ने मेवात जाकर 35 दिनों तक वहां स्थानीय लोगों की तरह हुलिया बदला। उनकी कोशिश कामयाब रही और आखिरकार 35 दिन की कड़ी मशक्कत के बाद वे नाबालिग को ढूंढ़ने पाने में सफल रहे। बच्ची को बदरपुर बॉर्डर के पास से बरामद कर लिया गया है। इसके साथ ही नाबालिग को बहला-फुसलाकर अपने साथ ले जाने वाले आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस अब आरोपित के मां-बाप की तलाश में जुटी है।

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यह है पूरा मामला

राजौरी गार्डन थाना क्षेत्र में एक मुस्लिम युवक ने फर्जी नाम से फेसबुक आइडी बना हिंदू लड़की को प्यार के जाल में फंसाकर पहले घर से भगाया और बाद में शादी का दवाब डाला। युवक अपने मंसूबे में कामयाब हो पाता इससे पहले ही वह पुलिस के हत्थे चढ़ गया। आरोपित शोएब खान को बदरपुर बॉर्डर के पास से पुलिस ने गिरफ्तार किया वहीं, लड़की को भी सकुशल बरामद कर लिया गया। इस मामले की जांच में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी।

हुलिया बदलकर मेवात में रहा पुलिस वाला

लड़की का पता लगाने के लिए पहले नूंह-मेवात इलाके में एक पुलिसकर्मी स्थानीय वेशभूषा में लोगों के बीच करीब 35 दिन रहा और जानकारी एकत्रित करता रहा। पुलिस की मेहनत रंग लाई और आरोपित के साथ ही लड़की तक पहुंचने में कामयाब रही। लड़की के साथ दुष्कर्म की आशंका जताई जा रही है, लेकिन इस संबंध में पुलिस अभी कुछ भी कहने से बच रही है।

पश्चिमी जिला पुलिस उपायुक्त दीपक पुरोहित ने बताया कि 23 अक्टूबर को एक शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया कि उनकी बेटी का अपहरण कर लिया गया है। इसके बाद मामला दर्ज कर इंस्पेक्टर अनिल शर्मा के नेतृत्व में जांच शुरू कर दी गई। जांच के क्रम में पुलिस ने लड़की के फेसबुक, मैसेंजर व वाट्सएप की छानबीन शुरू की। इस दौरान पुलिस को पता चला कि एस के सिन्हा नाम के फेसबुक अकाउंट से लड़की को बराबर मैसेज भेजे गए थे। इसके बाद पुलिस ने अपनी जांच को आगे बढ़ाया तो पाया कि यह फेसबुक अकाउंट फर्जी नाम से है और इसे शोएब खान नामक युवक चला रहा है। साथ ही पुलिस को पता चला कि शोएब खान नूंह-मेवात के गोविंदगढ़ का रहने वाला है। पुलिस टीम जब वहां पहुंची तबतक शोएब के साथ उसके सभी रिश्तेदार फरार हो चुके थे। वहां की भाषा पुलिसकर्मियों को समझ नहीं आने के कारण छानबीन में काफी दिक्कतें हो रही थी। इसके बाद हेडकांस्टेबल शौकत अली को जानकारी एकत्र करने की जिम्मेदारी दी गई।

शौकत अली स्थानीय वेशभूषा में लोगों के बीच रहने लगे और शोएब व लड़की के बारे में जानकारी एकत्रित करनी शुरू की। इस दौरान एसआइ प्रकाश कश्यप व हेडकांस्टेबल शौकत अली ने कई जगहों पर दबिश दी, लेकिन सफलता नहीं मिली। छानबीन के दौरान 50 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगाली गई। तभी पुलिस को पता चला कि लड़की बदरपुर बॉर्डर इलाके में है। इसके बाद एसआइ प्रकाश कश्यप व हेड कांस्टेबल शौकत अली ने करीब तीन सौ ऑटो, टुक टुक सेवा के चालक से पूछताछ की और लड़की का फोटो दिखाकर जानकारी एकत्रित करने की कोशिश की। साथ ही फरीदाबाद से लेकर बदरपुर तक लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच की।

इसके अलावा बदरपुर के सैकड़ों घरों में पुलिस ने दस्तक दी और लड़की का फोटो दिखाकर पता करने का प्रयास किया। अंत में पुलिस को फरदीन सिद्दीकी नामक शख्स मिला जिसने लड़की को सी-ब्लॉक बदरपुर एक्सटेंशन के पास छोड़ा था। इसके बाद पुलिस ने बदरपुर एक्सटेंशन के हर घर में दस्तक दी और अंत में लड़की को 8 दिसंबर को बरामद कर लिया। लड़की के सकुशल बरामद होने के बाद पुलिस ने आरोपित शोएब को भी 9 दिसंबर को गिरफ्तार कर लिया।

लड़की को बिहार व उत्तर प्रदेश ले गया था आरोपित

शोएब ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि उसने एस के सिन्हा नाम से फेसबुक आइडी बना रखी है, जिसमें 4 हजार 845 लोग जुड़े हुए हैं। लड़की को भी इसने फेसबुक पर फ्रेंड बनाया और बात करनी शुरू की। इसके बाद आरोपित 22 अक्टूबर को दिल्ली आया और लड़की पर शादी का दवाब डालने लगा। साथ ही लड़की को घर से भगाकर बिहार के मुजफ्फरपुर में अपने दोस्त सौरव के पास पहुंचा। इसके अगले ही दिन उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में अपने दोस्त शिवम के पास पहुंचा। आजमगढ़ में शिवम ने इनके रहने का इंतजाम किया। 26 अक्टूबर को दोनों फरीदाबाद मेट्रो स्टेशन पहुंचे और ऑटो से बदरपुर बॉर्डर जाने के लिए निकले। लड़की द्वारा शादी का विरोध करने पर बदरपुर बॉर्डर पर ऑटो में उसे अकेला छोड़कर आरोपित फरार हो गया।

आरोपित के माता-पिता ने भी दिया था साथ

पुलिस सूत्रों के मुताबिक आरोपित शोएब का साथ उसके माता-पिता ने भी दिया था। साथ ही लड़की के साथ शोएब की जबर्दस्ती शादी करना चाह रहे थे, लेकिन वे कामयाब नहीं हुए। अब पुलिस आरोपित के माता-पिता की भूमिका की जांच में जुटी हुई है। साथ ही आरोपित का साथ जिन दोस्तों ने दिया है उनसे भी पूछताछ की जाएगी।

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