क्या भूकंप ने रोक ली थी दिल्ली मेट्रो ट्रेनों की रफ्तार, सामने आया राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र का अहम बयान
डॉ. जे एल गौतम ने कहा कि डीएमआरसी को शायद कोई गलतफहमी हो गई। हकीकत में स्थानीय स्तर पर कोई भूकंप आया ही नहीं। केंद्र की वेबसाइट भी सोमवार को केवल चार भूकंपों की जानकारी उपलब्ध थी जो क्रमश तेलंगाना मणिपुर पाकिस्तान और चीन में आए थे।
नई दिल्ली [संजीव गुप्ता]। दिल्ली मेट्रो रेल निगम (Delhi Metro Rail Corporation) भले ही कह रहा हो कि सोमवार सुबह दिल्ली में आए भूकंप के झटकों के चलते मेट्रो का परिचालन प्रभावित हुआ, लेकिन राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने दिल्ली एनसीआर में सोमवार को किसी भी तरह का भूकंप आने से साफ इनकार किया है।
इस बाबत केंद्र के कार्यालय प्रमुख डॉ. जे एल गौतम ने कहा कि डीएमआरसी को शायद कोई गलतफहमी हो गई। हकीकत में स्थानीय स्तर पर कोई भूकंप आया ही नहीं। केंद्र की वेबसाइट भी सोमवार को केवल चार भूकंपों की जानकारी उपलब्ध थी जो क्रमश: तेलंगाना, मणिपुर, पाकिस्तान और चीन में आए थे।
मेट्रो में लगे भूकंप के झटके प्रभावित रहा परिचालन
दरअसल, डीएमआरसी का दावा है कि भूकंप के हल्के झटके के कारण सोमवार सुबह दिल्ली मेट्रो की ट्रेनों का परिचालन थोड़ी देर के लिए प्रभावित हुआ। इस दौरान कई स्टेशनों पर मेट्रो ट्रेनें रोक दी गईं और सुरक्षा कारणों से यात्रियों को ट्रेन से नीचे उतार दिया गया। हालांकि, थोड़ी देर बाद ही दोबारा मेट्रो का परिचालन शुरू हो गया, लेकिन परिचालन सामान्य होने में आधा घंटा से अधिक समय लगा। इसे बाकायदा डीएमआरसी की ओर से ट्वीट भी किया गया।
डीएमआरसी के ट्वीट के मुताबिक, सोमवार सुबह 6.42 बजे मेट्रो में हल्का कंपन महसूस किया गया। ऐसे में संभावित खतरे और प्रभाव के मद्देनजर तत्काल मेट्रो ट्रेनों की गति कम कर दी गई। इतना ही नहीं, अगले स्टेशन के प्लेटफार्म पर पहुंचने पर ट्रेनों को भी रोक दिया गया। जाहिर है कि इससे कुछ देर के लिए दिल्ली मेट्रो की ट्रेनों परिचालन कई रूटों पर थम गया। एक यात्री ने ट्वीट कर जानकारी दी कि ग्रेटर कैलाश स्टेशन पर 12 मिनट मेट्रो रुकी रही। सभी यात्रियों को ट्रेन से बाहर उतारने के बाद मेट्रो खाली ही रवाना हो गई।
उधर, आदित्य नाम के एक अन्य यात्री ने भी ट्वीट कर कहा कि ब्लू लाइन पर भी मेट्रो ठीक से नहीं चल रही थी। इससे यात्र में विलंब हुआ। डीएमआरसी का कहना है कि सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सभी कारिडोर पर मेट्रो की गति कम कर दी गई थी। बाद में परिचालन सामान्य हो गया।
इधर, दिल्ली में भूकंप के झटके आम लोगों ने महसूस नहीं किए। इसे लेकर डीएमआरसी का कहना है कि भूकंप आने पर कंपन मापने के लिए मेट्रो कारिडोर के कई स्टेशनों पर सिस्मोग्राफ लगे हुए हैं। इसलिए हल्का झटका महसूस होने पर भी तुरंत अलर्ट जारी हो जाता है और यात्रियों की सुरक्षा के लिए मेट्रो का परिचालन रोक दिया जाता है।