Delhi Lockdown 4.0: दिल्ली में मार्केट खोलने को लेकर क्या सोचते हैं कारोबारी-व्यापारी, पढ़िए पूरी खबर
Delhi Lockdown 4.0 मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के संकेतों से लॉकडाउन-3 के बाद बाजार खुलने की उम्मीदें जग गई है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। Delhi Lockdown 4.0: मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के संकेतों से लॉकडाउन-3 के बाद बाजार खुलने की उम्मीदें जग गई है। कई कारोबारी संगठन धीरे-धीरे बाजार की गतिविधियों को शुरू करने की मांग कर रहे हैं। ऐसे में लग रहा है कि तकरीबन दो माह से सुनसान बाजारों में चंद दिनों बाद से रौनक लौटने लगेगी। मुख्यमंत्री ने प्रेस वार्ता में यह बताया है कि उन्होंने बाजारों को लेकर लोगों से राय मांगी थी, अधिसंख्य संगठनों की राय बाजार नियोजित तरीके से खोले जाने इसके पक्ष में आई है। मुख्यमंत्री के इस बयान को बाजारों को खोले जाने के पैरोकार अच्छा संकेत मान रहे हैं। कारोबारी अनुमान लगा रहे हैं कि लॉकडाउन-4 में बाजारों को लेकर ढील दी जा सकती है। दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने भी मुख्यमंत्री से साफ-सफाई के लिए ही सही नियोजित तरीके से दुकानें खोलने की मांग की है। हालांकि, इस बीच कुछ कारोबारी संगठनों ने वैश्विक महामारी कोरोना के प्रसार की भी चिंता जताई है। ऐसे में वह बाजार खोले जाने में और मोहलत की मांग कर रहे हैं।
बृजेश गोयल, संयोजक, चैंबर ऑफ ट्रेड इंडस्ट्री (सीटीआइ) का कहना है कि मुख्यमंत्री की ओर से मिले संकेत सकारात्मक हैं। कारोबारी चाहते हैं कि बाजार खुले, क्योंकि कोरोना को लेकर कोई आश्वस्त नहीं है कि यह कब पूरी तरह से खत्म होगा। ऐसे में इसके साथ जीना सीखना होगा। व्यापारी चाहते हैं कि कुछ सुरक्षा मानकों मसलन इवेन-ऑड, बाजारों के लिए एक अवधि और सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम के साथ दुकानें खोली जाएं।
संजीव मेहरा (अध्यक्ष, खान मार्केट ट्रेडर्स एसोसिएशन) का कहना है कि हम बाजार खोले जाने के पक्ष में है। इसे लेकर गृह मंत्रालय व मुख्यमंत्री को पत्र भी लिखा गया था। जिसमें देश व खुद की आर्थिक स्थिति को देखते हुए बाजार को खोलने की मांग रखी गई थी। खान मार्केट ऐसा नजदीक का बाजार है, जहां से लोगों की रोजाना की जरूरतें पूरी होती है। इसे बहुत समय तक बंद नहीं रखा जा सकता है। ऐसे में कोरोना से बचाव के सारे उपायों को अपनाने के बाद बाजारों को खोलने की अनुमति दी जा सकती है।
अतुल भार्गव (अध्यक्ष, नई दिल्ली ट्रेडर्स एसोसिएशन) के मुताबिक, हमें बाजार खोलने और फिजिकल डिस्टें¨सग का पालन कराने में कोई दिक्कत नहीं है। कनॉट प्लेस की दुकानें बड़ी है। खुला बाजार है। चौड़ा गलियारा है, जहां लोग दूरी बनाकर चल सकते हैं। इसके अलावा दुकानों को खोलने और बंद करने के समय में भी बदलाव लाया जा सकता है, लेकिन कोरोना महामारी के बढ़ते प्रसार को देखते हुए अभी हालात ठीक नहीं लग रहे हैं। बेहतर होगा कि बाजार खोलने में कुछ दिनों की और मोहलत ली जाएं। आखिरकार कर्मचारी भी तो सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल कर बाजार में आएंगे।
संजय भार्गव (अध्यक्ष, चांदनी चौक सर्व व्यापार मंडल) ने कहा कि ऑड-इवेन की बात हो रही है। पर यह व्यावहारिक नहीं लगता, जहां बाजार में आने के बाद ग्राहक कई दुकानों पर विभिन्न सामानों के लिए जाता है। इसकी जगह थोक व खुदरा बाजारों के अलग-अलग दिन खोलने की व्यवस्था की जा सकती है। ताकि दुकानदारों के साथ कर्मचारी, मजदूर और खरीदार सुरक्षित रहें। हालांकि, ऐसे समय में जब ईद का त्यौहार आने वाला है, लोग खरीदारी के लिए बाहर निकलेंगे ही, ऐसे में कोरोना महामारी के बढ़ने की आशंका है। सउदी अरब में भी इसी को देखते हुए लॉकडाउन को आगे बढ़ा दिया है।