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विहिप चाहता है देश में एक समान जनसंख्या नीति हो लागू, दो प्रदेश जनसंख्या नीति में बढ़ रहे आगे

असम व यूपी सरकार द्वारा जनसंख्या नीति को आगे बढ़ाने की कवायद के बीच विहिप देश में एक समान जनसंख्या नीति की पैरोकारी की है। विहिप के मुताबिक ऐसा कानून हो हर धर्म के लाेगों तथा हर राज्य में लागू हो।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Published: Wed, 23 Jun 2021 07:11 PM (IST)Updated: Wed, 23 Jun 2021 07:11 PM (IST)
विहिप चाहता है देश में एक समान जनसंख्या नीति हो लागू, दो प्रदेश जनसंख्या नीति में बढ़ रहे आगे
असम व उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा दो बच्चों की नीति लागू करने की तैयारी से बढ़ा विमर्श

नई दिल्ली, नेमिष हेमंत। असम व उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जनसंख्या नीति को आगे बढ़ाने की कवायद के बीच विश्व हिंदू परिषद (विहिप) देश में एक समान जनसंख्या नीति की पैरोकारी की है। विहिप के मुताबिक यह एक ऐसा कानून हो हर धर्म के लाेगों तथा हर राज्य में लागू हो। हालांकि, वह दो बच्चों पर जोर नहीं दे रहा है। विहिप के संयुक्त महामंत्री सुरेंद्र जैन ने कहा कि इस नीति में एक, दो अथवा तीन बच्चों को लेकर एक सर्वमान्य मानक तय हाे, जिसे व्यापक विमर्श के बाद तय किया जाए और लागू किया जाए। उन्होंने कहा कि विशेष बात कि इसे लेकर मुस्लिम समाज से भी बात आ रही है।

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कुछ मुस्लिम नेता यह कह रहे हैं कि अधिकांश मुस्लिम समाज के लोग कम जनसंख्या पर जोर दे रहे हैं। ऐसे में अब वक्त आ गया है जब सभी धर्मों को साथ लेकर इस दिशा में गंभीरता से आगे बढ़ना चाहिए। सुरेंद्र जैन ने कहा कि इसे लेकर विहिप ने तीन साल पहले केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल की बैठक में एक प्रस्ताव भी पारित किया था, जिसमें, एक राष्ट्रीय जनसंख्या नीति बनाने की मांग की गई थी। यह मांग किसी धर्म विशेष के विरोध में नहीं है। क्योंकि सभी एक ही भारत माता के पुत्र हैं।

इसके लागू होने से ग्रामीण हिंदू समाज में भी दिक्कतें आएंगी, लेकिन जिस हिसाब से जनसंख्या असंतुलन तथा जनसंख्या विष्फोट हो रहा है, उसे रोकने के लिए यह आवश्यक है। उन्होंने कहा कि यह पूरी दुनियां के सभ्य देशों में लागू है। इसलिए इसपर अपने देश में भी एक प्रकार का व्यवहार और चिंतन होना चाहिए।


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