Move to Jagran APP

दिल्ली में 'धर्मसभा' की तैयारियां शुरू, रामलीला मैदान में जुटेंगे पांच लाख राम भक्त

चंपत राय ने कहा कि यह धर्मसभा इसलिए आयोजित हो रही है ताकि देश-दुनिया के लोग यह जान लें हिंदू समाज की प्राथमिकताएं क्या हैं।

By Edited By: Published: Wed, 05 Dec 2018 07:39 PM (IST)Updated: Thu, 06 Dec 2018 07:40 AM (IST)
दिल्ली में 'धर्मसभा' की तैयारियां शुरू, रामलीला मैदान में जुटेंगे पांच लाख राम भक्त
दिल्ली में 'धर्मसभा' की तैयारियां शुरू, रामलीला मैदान में जुटेंगे पांच लाख राम भक्त

नई दिल्ली, जेएनएन। अयोध्या में भगवान श्रीराम का भव्य मंदिर बनाने की मांग को लेकर रामलीला मैदान में आयोजित होने वाली धर्मसभा के लिए विहिप ने विधिवत वैदिक मंत्रों के साथ भूमि पूजन किया। इसके साथ ही धर्मसभा आयोजन की तैयारियां शुरू हो गई हैं। यह नौ दिसंबर को है, जिसमें पांच लाख से अधिक रामभक्तों के शामिल होने का दावा किया जा रहा है।

loksabha election banner

इस अवसर पर विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के अंतरराष्ट्रीय उपाध्यक्ष चंपत राय ने कहा कि इस धर्मसभा के द्वारा सरकार से मांग की जाएगी कि राम मंदिर निर्माण की राह की बाधाएं दूर करने को संसद में कानून लाएं। उन्होंने कहा कि यह धर्मसभा इसलिए आयोजित हो रही है ताकि देश-दुनिया के लोग यह जान लें हिंदू समाज की प्राथमिकताएं क्या हैं? भव्य राममंदिर की आकांक्षा निष्प्राण या अप्रासंगिक नहीं है। उन्होंने कहा कि आक्रमण काल के जो कलंक हिंदुस्तान में मौजूद हैं, उनको देश की आजादी के बाद से एक-एक कर समाप्त करने के लिए सास्कृतिक आजादी की लड़ाई छिड़ी हुई है।

इसके तहत इंडिया गेट चौक से आजादी बाद जार्ज पंचम की मूर्ति हटाई गई। जहां-जहां विक्टोरिया की मूर्ति थी, वे सभी हटाई गई। सोमनाथ के मंदिर का पुनर्निर्माण कराया गया। पार्क अस्पताल, सड़क व शहर के नाम बदले गए। यह अभियान जारी है। देश की वर्तमान पीढ़ी पिछली से अधिक जागरूक व संवेदनशील है। यह अपने उत्थान के लिए प्रयासरत है। उनमें देश व समाज के लिए उतना ही दर्द है। इस अवसर पर राघवानन्द महाराज, महन्त नवल किशोर, महन्त अनुभूतानन्द, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्ण गोपाल, विहिप के संरक्षक दिनेश चंद्र व प्रांत संघचालक कुलभूषण समेत अन्य मौजूद रहे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.