इनके सामने बौने हैं पर्वत, 'लॉयन लेडी' के नाम से मशहूर हैं IPS अपर्णा
अपर्णा बताती हैैं कि वह साल 2013 से लगातार पर्वतारोहण कर रही हैं। पर्वतारोहण की बेसिक और एडवांस ट्रेनिंग उन्होंने मनाली के एक पर्वतारोही इंस्टीट्यूट से ली हैै।
नई दिल्ली [जेएनएन]। पर्वतारोहण में नित नए मुकाम हासिल कर रही आइपीएस अपर्णा के काठमांडू से आइजीआइ एयरपोर्ट पहुंचने पर उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया। वहां उन्हें बधाई देने वालों का तांता लग गया। एशिया की दूसरी सबसे ऊंची चोटी माउंट मैनास्लु फतह कर पहुंची लॉयन लेडी के चेहरे पर थकान नाम मात्र भी नहीं थी।
माउंट एवरेस्ट फतह कर चुकी हैं अपर्णा
अपर्णा ने बताया कि पर्वतारोहण के दौरान वहां का मौसम अनुकूल नहीं था। बावजूद इसके 25 सितंबर को उन्होंने 8 हजार मीटर से ज्यादा की ऊंचाई की चढ़ाई पूरी की। एक नई उपलब्धि पाकर उन्हें काफी अच्छा लग रहा है। अपर्णा कुमार इससे पहले माउंट एवरेस्ट सहित दुनिया के सात महाद्वीपों में से छह की सबसे ऊंची चोटियों पर फतह हासिल कर चुकी हैैं।
डीआइजी के पद पर तैनात हैं अपर्णा
पर्वतारोहण उनका जुनून है। अपर्णा 2002 बैच की यूपी कैडर की आइपीएस अधिकारी हैैं। वर्तमान में वह लखनऊ में टैक्नीकल सर्विस में डीआइजी के पद पर तैनात हैैं। पति इलाहाबाद में डीएम हैैं। अपर्णा बताती हैैं कि वह साल 2013 से लगातार पर्वतारोहण कर रही हैं। पर्वतारोहण की बेसिक और एडवांस ट्रेनिंग उन्होंने मनाली के एक पर्वतारोही इंस्टीट्यूट से ली हैै।
मैनास्लु पर्वत पर तिरंगा
अपर्णा ने बताया कि सफलता के लिए मेहनत, अनुशासन बहुत जरूरी है। बेंगलुरु में जन्मी अपर्णा ने वहीं के नेशनल लॉ स्कूल आफ इंडिया से बीए, एलएलबी से पढ़ाई की है। वह यूपी कैडर की भारतीय पुलिस सेवा की पहली महिला अधिकारी भी हैैं जिन्होंने माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा फहराया। नेपाल स्थित माउंट मैनास्लु की चोटी की ऊंचाई 8,163 मीटर है। अपने अडिग इरादे से उन्होंने मैनास्लु पर्वत पर तिरंगा लहराया।
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