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भारत और अमेरिका के मजबूत रिश्तों की एक वजह शिक्षा का आदान-प्रदान

अमेरिका में वर्ष 2017 में 186,000 भारतीय विद्यार्थियों ने अमेरिकी संस्थानों में उच्च शिक्षा करने के लिए अपना पंजीकरण कराया था, जो कि पहले के दशकों की तुलना में दोगुना था।

By Tilak RajEdited By: Published: Thu, 07 Jun 2018 09:48 PM (IST)Updated: Thu, 07 Jun 2018 09:48 PM (IST)
भारत और अमेरिका के मजबूत रिश्तों की एक वजह शिक्षा का आदान-प्रदान
भारत और अमेरिका के मजबूत रिश्तों की एक वजह शिक्षा का आदान-प्रदान

नई दिल्ली, जेएनएन। भारत और अमेरिका के बीच उच्च शिक्षा में आपसी सहयोग के मुद्दे पर आज एक सालाना विद्यार्थी वीजा दिवस के उत्सव का कार्यक्रम मनाया गया। ये मिशन योग्य भारतीय को अमेरिका में पढ़ाई करने में सहायता करने के दिन के रूप में समर्पित था और अमेरिका में शिक्षा ग्रहण की तैयारियों के बारे में था।

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दिल्ली में स्थित यूएस दूतावास और चेन्नई, हैदराबाद, कोलकाता, मुंबई स्थित वाणिज्य दूतावास की ओर से चार हजार से ज्यादा भारतीय विद्यार्थियों को अमेरिका में शिक्षा लेने के वीज एप्लीकेशन का स्वागत किया है। इस मिशन के डिप्टी चीफ मैरेके कार्लसन ने दिल्ली और बाकी दूतावास इस दिन पर शिक्षा के लिए अमेरिका स्थित विश्व के उच्च एकैडमिक का चुनाव करने वाले विद्यार्थियों का स्वागत किया।

अमेरिका में वर्ष 2017 में 186,000 भारतीय विद्यार्थियों ने अमेरिकी संस्थानों में उच्च शिक्षा करने के लिए अपना पंजीकरण कराया था, जो कि पहले के दशकों की तुलना में दोगुना था। वर्ष 2016 विद्यार्थियों की संख्या में 12 फीसद की बढ़ोत्तरी हुई। वैश्विक स्तर पर पढ़ाई के लिए विदेश जाने वाले विद्यार्थी की संख्या के मामले में अमेरिका का दूसरा स्थान है। अमेरिका में विदेशी छात्रों की कुल जनसंख्या का 17 फीसद अकेले भारतीय छात्र हैं।

भारत और अमेरिका के रिश्तों में इंटरनेशनल एजुकेशन एक्सचेंज की केंद्रीय भूमिका रहती है। दोनों देशों के बीच छात्रों के आदान-प्रदान की वजह से हमारे स्ट्रैटजिक पार्टनरशिप मजबूत हुई है।

अमेरिकी दूतावास और वाणिज्यिक दूतावास की ओर से स्टूडेंट वीजा डे पर विद्यार्थियों का स्वागत किया गया और उन्हें सूचनात्मक माहौल उपलब्ध कराया गया। इस समारोह में एलुमिनाई स्पीकर को बुलाया गया था। इस दौरान वाणिज्यिक स्टॉफ के सदस्य कार्यक्रम से जुड़ी शर्ट और हैट पहने थे और कार्यक्रम के कई सहायक मौजूद थे।


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