रोटी के साथ बेटी संबंध को बढ़ावा देने से खत्म होगी जाति की कुप्रथा: रामदास अठावले
केंद्रीय मंत्री व रिपब्लिकन पार्टी आफ इंडिया (आरपीआइ) के अध्यक्ष रामदास अठावले ने कहा कि रोटी के साथ बेटी का संबंध को बढ़ावा देने से ही देश से जाति की कुप्रथा खत्म होगी। अच्छी बात है कि देश में अंतरजातीय विवाह के मामले बढ़े हैं।
नई दिल्ली [नेमिष हेमंत]। केंद्रीय मंत्री व रिपब्लिकन पार्टी आफ इंडिया (आरपीआइ) के अध्यक्ष रामदास अठावले ने कहा कि रोटी के साथ बेटी का संबंध को बढ़ावा देने से ही देश से जाति की कुप्रथा खत्म होगी। अच्छी बात है कि देश में अंतरजातीय विवाह के मामले बढ़े हैं, ऐसे विवाहों को उनका केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय बढ़ावा दे रहा है। ऐसे जोड़ो को 50 हजार रुपये की आर्थिक मदद की जा रही है। वह कांस्टीट्यूशन क्लब में राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन (एनएचआरओ) द्वारा आयोजित आजाद भारत कांक्लेव को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि दलित समुदाय में पढ़ाई को लेकर गंभीरता आई है। कई युवा पढ़ने के लिए विदेश जा रहे हैं। उच्च शिक्षा के लिए बाहर जाने के बढ़ते मामलों का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है जा सकता है कि उनके मंत्रालय द्वारा 100 युवाओं को विदेश पढ़ने का खर्च उठाया जाता है, जबकि आवेदन 200-300 आ रहे हैं। अठावले ने कहा कि मानवाधिकार सबका हक है। चाहे वह दलित हो या महिलाएं। पहले दलितों पर जाति के कारण अत्याचार होते थे, लेकिन अब चीजें बदल रही है, लोग रोटी का संबंध बनाने लगे हैं, पर इसे बेटी के संबंध तक ले जाना होगा। हालांकि, आज भी कुछ लोग है जो अहंकार के कारण दलितों पर अत्याचार कर रहे हैं।
एनएचआरओ के अध्यक्ष रवि जायसवाल ने कहा कि देश का सर्वागिण विकास तभी होगा जब देश में किसी के अधिकार नहीं मारे जाएंगे। इसके लिए हम सभी को साथ आना होगा। जैसे कोरोना के खिलाफ लड़ने के लिए पूरा समाज साथ आया। इस कांक्लेव में कई वक्ताओं ने विचार रखें। वहीं, काफी लोगों की मौजूदगी रही।