थाने में नशे में धुत अधिवक्ता से मारपीट करने पर दो SI निलंबित, विजिलेंस को सौंपी गई जांच
नई दिल्ली जिला के आला अधिकारियों ने पहले सब इंस्पेक्टर राजेश और हरपाल को लाइन हाजिर किया और फिर निलंबित कर दिया। इसी के साथ केस की जांच विजिलेंस को सौंप दी गई है।
नई दिल्ली [राकेश कुमार सिंह]। शराब के नशे में धुत एक अधिवक्ता को ललित होटल के क्लब से पकड़कर बाराखंभा थाना पुलिस थाने ले गई और उनके साथ मारपीट की। इस संबंध में बिहार निवासी अधिवक्ता आदित्य ने दिल्ली हाई कोर्ट बार एसोसिएशन में शिकायत कर दी। दबाव बढ़ने पर नई दिल्ली जिला के आला अधिकारियों ने पहले सब इंस्पेक्टर राजेश और हरपाल को लाइन हाजिर किया और फिर निलंबित कर दिया। इसी के साथ केस की जांच विजिलेंस को सौंप दी गई है। उधर, अधिवक्ता की शिकायत पर 11 सितंबर को हाई कोर्ट ने सुनवाई की और आला अधिकारियों से जवाब तलब किया तो उन्होंने कार्रवाई करने की बात बताई। हाई कोर्ट ने 24 सितंबर को स्टेटस रिपोर्ट देने को कहा है।
युवक के साथ पी शराब
पुलिस के मुताबिक, बिहार निवासी अधिवक्ता आदित्य दिल्ली हाई कोर्ट समेत अन्य अदालतों में प्रैक्टिस करते हैं। 31 सितंबर की रात वह बाराखंभा स्थित ललित होटल के किट्टी सू क्लब में गए थे। वहां उन्होंने देर रात तक शराब पी। नशा होने पर एक अजनबी युवक से अपना परिचय बढ़ाकर बातचीत शुरू कर दी। कुछ देर बाद उसे भूतल से बेसमेंट में दूसरे क्लब चले गए। वहां उसके साथ शराब पी और फिर उसे एक कॉरिडोर में ले गए।
युवक ने दोस्त को की कॉल
आरोप है कि वहां आदित्य ने युवक के पैंट में पीछे से हाथ डाला। युवक ने फोन पर यह जानकारी दोस्त को दी तो उसने 100 नंबर पर कॉल कर दी। कुछ ही देर में पीसीआर पहुंच गई। पास स्थित बाराखंभा थाने से सब इंस्पेक्टर हरपाल भी पहुंच गए।
आदित्य ने बदतमीजी की
आरोप है कि पकड़े जाने पर आदित्य खुद के अधिवक्ता होने और पिता के बिहार में एडिशनल डीजी होने की बात कहते हुए धमकी देने लगे। जांच में पिता के एडिशनल डीजी होने की बात झूठी साबित हुई। पुलिस दोनों पक्षों को थाने ले गई। आरोप है कि थाने में आदित्य ने सब इंस्पेक्टर हरपाल का गला पकड़ा। इस पर हरपाल ने आदित्य के मुंह पर तमाचा जड़ दिया। सब इंस्पेक्टर राजेश पहुंचे तो उनसे भी आदित्य ने बदतमीजी की।
आदित्य का बयान दर्ज कर छोड़ दिया गया
पुलिसकर्मियों का कहना है कि आदित्य को काबू में करने के लिए उनकी पिटाई की गई और जिप्सी में डालकर मेडिकल के लिए राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले जाया गया। रिपोर्ट में शराब की पुष्टि होने पर नमूने को लैब में जांच के लिए भेज दिया गया। उसके बाद आदित्य का बयान दर्ज कर छोड़ दिया गया। अगले दिन आदित्य ने अपोलो में मेडिकल करवाकर दिल्ली हाई कोर्ट बार एसोसिएशन से शिकायत की और फिर 5 सितंबर को हाई कोर्ट में शिकायत कर दी। मामला बढ़ने पर अधिकारियों ने दोनों पुलिसकर्मियों को 4 सितंबर को पहले लाइन हाजिर, फिर 9 सितंबर को निलंबित कर विजिलेंस को जांच सौंप दी।
हाई कोर्ट ने स्टेटस रिपोर्ट देने को कहा
11 सितंबर को हाई कोर्ट में सुनवाई होने पर जब आला अधिकारियों से जवाब तलब किया गया तब उन्होंने कार्रवाई की जानकारी दी। साथ ही यह भी कहा कि विजिलेंस जांच में जिसकी गलती पाई जाएगी उसके खिलाफ केस दर्ज किया जाएगा। इस पर हाई कोर्ट ने 24 सितंबर को स्टेटस रिपोर्ट देने को कहा है।