Delhi Police Encounter: पुलिस मुठभेड़ में दो कुख्यात बदमाश ढेर, 30 राउंड चली गोली
Delhi Police Encounter दिल्ली के पुल प्रह्लादपुर इलाके में पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ हो गई। गोली लगने से दो बदमाशों की मौत हो गई।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने दो नामी बदमाशों को पुल प्रह्लादपुर इलाके में सोमवार सुबह मुठभेड़ में मार गिराया। मारे गए बदमाशों की पहचान राजा पहलवान उर्फ रफीक उर्फ कुरैशी और रमेश उर्फ राजू उर्फ बहादुर के रूप में हुई है। मुठभेड़ के दौरान करीब 30 राउंड गोलियां चली। रमेश ने राजा के साथ मिलकर अपने ही पिता की हत्या कर दी थी।
राजा गाजियाबाद के लोनी जबकि रमेश दिल्ली के करावल नगर का रहने वाला था। राजा पर पहले से 7 व रमेश पर 6 केस दर्ज हैं। उनके पास से तीन पिस्टल व 69 कारतूस बरामद किए गए हैं। दोनों ने गत 12 फरवरी को करावल नगर में एक प्रॉपर्टी डीलर के कार्यालय पर गोलियां चलाई थीं। इसमें दो पुलिसकर्मी समेत तीन लोग जख्मी हुए थे। इसके बाद आरोपितों ने लोनी इलाके में सलमान नाम के शख्स को हत्या करने के अलावा लूटपाट की चार बड़ी घटनाओं को अंजाम दिया था।
स्पेशल सेल के डीसीपी पीएस कुशवाहा ने बताया कि सूचना पर पुलिस ने पुल-प्रह्लादपुर इलाके में घेराबंदी कर रखी थी। इस दौरान सुबह 5.15 बजे मौके पर पहुंचे दोनों बदमाश ने गोलियां चलानी शुरू कर दी। दोनों तरफ से हुई फायरिंग में दोनों की मौत हो गई।
मुठभेड़ में मारे गए बदमाशों ने की थी चार हत्याएं
पुल प्रह्लादपुर इलाके में मुठभेड़ में मारे गए राजा और रमेश ने साथ मिलकर कई वारदात को अंजाम दिया था। दोनों बदमाशों ने साथियों के साथ मिलकर करावल नगर में गत वर्ष किशोर उर्फ लंगड़ा की भी हत्या कर दी थी। दोनों ने करावल नगर में ही जावेद उर्फ फाइटर की गोली मारकर हत्या की थी। इसके अलावा राजा ने 2014 और 2015 में भी दो युवकों की हत्या की थी। 2015 में वह लोनी में गैंगस्टर एक्ट में जेल में बंद भी हुआ था।
इतना ही नहीं बदमाश रमेश ने राजा के साथ मिलकर गत वर्ष अक्टूबर महीने में अपने ही पिता की भी हत्या कर दी थी। पुलिस जांच में यह पता चला कि है कि रमेश की अपने पिता के साथ प्रॉपर्टी को लेकर अनबन चल रही थी। प्रॉपर्टी पाने के लिए रमेश ने राजा के साथ मिलकर पिता को मारने की योजना बनाई थी। इन बदमाशों का गिरोह दिल्ली से गाजियाबाद तक वारदात को अंजाम देता था। लोनी के रहने वाले राजा से गाजियाबाद और नोएडा के कई बदमाश के संबंध थे।