मूसलाधार बारिश के चलते 'हमसफर' ने दिया धोखा, प्लेटफॉर्म पर गुजारनी पड़ी रात
अधिकारियों का कहना है कि अब भी कई स्थानों पर संरक्षा कार्य चल रहा है। इसके अलावा बारिश से कई राज्यों में पटरियों को नुकसान पहुंचा है। इसलिए ट्रेनें लेट हो रही हैं।
नई दिल्ली (जेएनएन)। जगह-जगह रेल पटरियों पर चल रहे काम और देश के कई हिस्सों में हो रही मूसलधार बारिश ने ट्रेनों की रफ्तार कम कर दी है। शुक्रवार को भी यही हाल रहा। पुरानी दिल्ली से कटिहार के बीच चलने वाली हमसफर एक्सप्रेस के इंतजार में यात्रियों को पूरी रात प्लेटफॉर्म पर गुजारनी पड़ी। पिछले कई महीने से यात्रियों को टेनों की लेटलतीफी से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। रेल प्रशासन का कहना है कि संरक्षा कार्य के कारण ट्रेनें देरी से चल रही हैं। पिछले दिनों उत्तर रेलवे के 92 ट्रेनों के साथ ही कई ट्रेनों के गंतव्य स्थान पर पहुंचने का समय बढ़ा दिया गया था। इसके बावजूद ट्रेनों की लेटलतीफी नहीं रुक रही है। अधिकारियों का कहना है कि अब भी कई स्थानों पर संरक्षा कार्य चल रहा है। इसके अलावा बारिश से कई राज्यों में पटरियों को नुकसान पहुंचा है। इसलिए ट्रेनें लेट हो रही हैं।
शुक्रवार को कटिहार से आने वाली हमसफर एक्सप्रेस करीब 10 घंटे की देरी से पुरानी दिल्ली पहुंची। इसलिए इसके प्रस्थान समय को बदलना पड़ा। शुक्रवार दोपहर 1.45 बजे पुरानी दिल्ली से रवाना होने वाली यह ट्रेन 14.15 घंटे की देरी से शनिवार सुबह चार बजे प्रस्थान करेगी। वहीं, भागलपुर गरीब रथ सात घंटे की देरी से, आनंद विहार-मऊ एक्सप्रेस पौने पांच घंटे, आनंद विहार-कामाख्या एक्सप्रेस सवा चार घंटे और आनंद विहार टर्मिनल-हटिया एक्सप्रेस पौने दो घंटे की देरी से रवाना हुईं।
लाल किले पर आयोजित होने वाले स्वतंत्रता दिवस समारोह के चलते 15 अगस्त को सुबह 6.45 से 8.30 बजे तक पुरानी दिल्ली और शाहदरा के बीच रेल यातायात स्थगित रहेगा। गाजियाबाद- पुरानी दिल्ली ईएमयू और पुरानी दिल्ली-गाजियाबाद ईएमयू उस दिन निरस्त रहेगी। कई ट्रेनों को परिवर्तित मार्ग से चलाने का फैसला किया गया है तो कई गंतव्य से पहले ही समाप्त हो जाएंगी।
परिवर्तित मार्ग से चलायी जाने वाली ट्रेनें
पुरानी दिल्ली -अलीपुरद्वार सिक्किम महानंदा एक्सप्रेस, पुरानी दिल्ली-कोटद्वार गढ़वाल एक्सप्रेस, कालका-हावड़ा मेल 15 को नई दिल्ली-तिलक ब्रिज होकर चलेगी।
महिला रेल कर्मियों की मांग वर्दी की जगह मिले एप्रन
रेलवे स्टेशनों पर चेंजिंग रूम नहीं होने से महिला कर्मचारियों को परेशानी होती है। महिला कर्मियों ने अपनी परेशानी बताते हुए ड्यूटी के दौरान वर्दी बदलने की मांग की है। उन्होंने पूरी वर्दी की जगह सफेद एप्रन की मांग की है। उत्तरीय रेलवे मजदूर यूनियन की महिला इकाई की महासचिव सुनीता धीमान ने रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अश्विनी लोहानी को पत्र लिखा है।