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Railway News: ट्रेन यात्रियों को जल्द दिखेंगे कई बड़े बदलाव, आरामदायक होगा लोगों का सफर

Railway News भविष्य में रेलवे स्टेशनों के साथ ही माल शेड व अन्य रेल परिसरों में वायु प्रदूषण के स्तर की नियमित जांच होगी।

By JP YadavEdited By: Published: Wed, 26 Aug 2020 09:21 AM (IST)Updated: Wed, 26 Aug 2020 10:15 AM (IST)
Railway News: ट्रेन यात्रियों को जल्द दिखेंगे कई बड़े बदलाव, आरामदायक होगा लोगों का सफर
Railway News: ट्रेन यात्रियों को जल्द दिखेंगे कई बड़े बदलाव, आरामदायक होगा लोगों का सफर

नई दिल्ली [संतोष कुमार सिंह]। Railway News:  दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण बड़ी समस्या है। सर्दी के मौसम में यह परेशानी और बढ़ जाती है, जिससे निपटने के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं और रेल प्रशासन भी इसमें हरसंभव सहयोग देगा। इसके लिए रेल परिसरों को पर्यावरण अनुकूल बनाने की तैयारी है। स्टेशनों के साथ ही माल शेड व अन्य रेल परिसरों में वायु प्रदूषण के स्तर की नियमित जांच होगी और इसका स्तर मानक के अनुरूप बनाए रखने के लिए जरूरी कदम उठाए जाएंगे।

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पर्यावरण प्रबंधन प्रणाली में सुधार से सुधरेंगे हालात

अधिकारियों का कहना है कि बेहतरीन पर्यावरण प्रबंधन प्रणाली पर बल दिया जा रहा है। बिजली व पानी का बेहतर उपयोग, स्वच्छता मानकों को ध्यान में रखकर सफाई व्यवस्था सुधारने, सूखे व गीले कचरे को अलग करने की व्यवस्था, हरियाली और नवीनीकरण ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं। बेहतर सफाई व्यवस्था के लिए पर्याप्त संख्या में कर्मियों की तैनाती व मशीनों का उपयोग किया जा रहा है। नई दिल्ली, आनंद विहार, हजरत निजामुद्दीन सहित अन्य स्टेशनों व कार्यालयों में सोलर पैनल लगाए गए हैं और यह काम जारी है।स्टेशनों के साथ ही गुड्स शेड पर सफाई बनाए रखना व प्रदूषण रोकना बड़ी चुनौती है। दिल्ली किशनगंज शकूरबस्ती, पटेल नगर, तुगलकाबाद, आदर्श नगर सहित दिल्ली मंडल में कुल 43 शेड हैं। सीमेंट व अन्य सामान की ढुलाई होने से प्रदूषण की समस्या न बढ़े, इसके लिए भी कदम उठाए जाएंगे। उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक राजीव चौधरी ने समीक्षा बैठक में सभी मंडलों के अधिकारियों को रेलवे परिसरों में पर्यावरण अनुकूल वातावरण बनाने का निर्देश दिया है।

एनजीटी भी जता चुका है नाराजगी

राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण (एनजीटी) ने पिछले वर्ष दिसंबर में कहा था कि रेलवे स्टेशन पर्यावरण संरक्षण अधिनियम 1986 के दायरे में आते हैं। यहां इन गतिविधियों के लिए संबंधित पर्यावरण एजेंसियों से अनुमति लेनी चाहिए। इस काम में हो रही देरी को लेकर पिछले सप्ताह भी एनजीटी ने नाराजगी जताई है और तीन माह के अंदर देश के सभी प्रमुख स्टेशनों को केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) को आवेदन करने का समय दिया गया है। आवेदन करने के तीन माह के अंदर बोर्ड इसका निस्तारण करेगा।

पर्यावरण प्रमाणपत्र मिलेंगे

रेल मंत्रालय ने सभी प्रमुख स्टेशनों को पर्यावरण प्रमाणित कराने का फैसला किया है। सभी स्टेशनों का पर्यावरणीय आडिट कराने तथा आइएसओ-14001 प्रमाणपत्र हासिल करने के लिए कहा गया है। नई दिल्ली, पुरानी दिल्ली, हजरत निजामुद्दीन सहित कई स्टेशनों को पर्यावरण से संबंधित प्रमाणपत्र मिले हैं।

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