महाराष्ट्र संपर्क क्रांति फिर से पटरी पर लौटेगी, तारीख जानने के लिए पढ़े पूरी खबर
बांद्रा टर्मिनल से हजरत निजामुद्दीन के बीच चलने वाली महाराष्ट्र संपर्क क्रांति फिर से पटरी पर उतरेगी। कोरोना संक्रमण की वजह से इसका परिचालन बंद हो गया था। बांद्रा टर्मिनल से 26 जनवरी से और हजरत निजामुद्दीन से 27 जनवरी से यह ट्रेन चलेगी।
नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। बांद्रा टर्मिनल से हजरत निजामुद्दीन के बीच चलने वाली महाराष्ट्र संपर्क क्रांति फिर से पटरी पर उतरेगी। कोरोना संक्रमण की वजह से इसका परिचालन बंद हो गया था। अब यह फिर से पटरी पर लौट रही है। बांद्रा टर्मिनल से 26 जनवरी से और हजरत निजामुद्दीन से 27 जनवरी से यह ट्रेन चलेगी।
बांद्रा टर्मिनल से ट्रेन शाम को साढ़े पांच बजे रवाना होगी और अगले दिन सुबह सवा दस बजे हजरत निजामुद्दीन स्टेशन पहुंचेगी। वहीं, हजरत निजामुद्दीन से शाम साढ़े चार बजे प्रस्थान करेगी और अगले दिन सुबह 9.15 बजे बांद्रा टर्मिनल पहुंचेगी। इसका ठहराव बोरीवली, वडोदरा और कोटा जंक्शन पर होगा। ट्रेन में सेकंड एसी, थर्ड एसी, स्लीपर और जनरल कोच लगाए जाएंगे। महाराष्ट्र, गुजरात और राजस्थान के यात्रियों को लाभ मिलेगा।
ठंड व कोहरे से भी ट्रेनों के संचालन पर असर
कड़ाके की ठंड व कोहरे से भी ट्रेनों के परिचालन पर असर पड़ रहा है। कई गाड़ियां एक से दो घंटे की देरी से चल रही है। कोहरे के कारण इन ट्रेनों के परिचालन को भी प्रभावित किया है।
कोलकाता राजधानी, भुवनेश्वर राजधानी, हावड़ा राजधानी, रांची राजधानी, मंबई सीएसएमटी-हजरत निजामुद्दीन राजधानी, जम्मूतवी-बाड़मेर एक्सप्रेस, सहारनपुर-पुरानी दिल्ली एक्सप्रेस लगभग दो घंटे की देरी से और सिकंदराबाद-हजरत निजामुद्दीन राजधानी एक्सप्रेस, हजूर साहिब नांदेड़-अमृतसर सचखंड एक्सप्रेस, इस्लामपुर-नई दिल्ली सुपरफास्ट एक्सप्रेस व अमृतसर-इंदौर एक्सप्रेस दो घंटे से ज्यादा, जबलपुर-हजरत निजामुद्दीन महाकौशल एक्सप्रेस, त्रिवेंद्रम सेंट्रल-हजरत निजामुद्दीन राजधानी एक्सप्रेस, बरेली नई दिल्ली इंटरसिटी एक्सप्रेस, बनारस-नई दिल्ली सुपरफास्ट एक्सप्रेस लगभग डेढ़ घंटे की देरी से अपने गंतव्य स्थान पर पहुंची। वहीं, मुंबई बांद्रा टर्मिनल-अमृतसर पश्चिम एक्सप्रेस, सियालदह-बीकानेर एसी दुरंतो एक्सप्रेस, जम्मूतवी-पुणे झेलम एक्सप्रेस, यशवंतपुर-हजरत निजामुद्दीन कर्नाटक संपर्क क्रांति एक्सप्रेस व बरेली-भुज आला हजरत एक्सप्रेस लगभग एक घंटे विलंब रहीं।