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किसान क्रांति यात्रा की वजह से थम गई रफ्तार, यहां जाने से बचें, इन रास्तों से करें सफर

किसान क्रांति यात्रा लिंक रोड होते हुए यूपी गेट पर पहुंचेगी। लोग कौशांबी, सूर्यनगर और जीटी रोड समेत अन्य वैकल्पिक मार्गों से दिल्ली में प्रवेश करें। नोएडा होते हुए दिल्ली में प्रवेश कर सकते हैं।

By Edited By: Published: Mon, 01 Oct 2018 09:25 PM (IST)Updated: Tue, 02 Oct 2018 07:30 AM (IST)
किसान क्रांति यात्रा की वजह से थम गई रफ्तार, यहां जाने से बचें, इन रास्तों से करें सफर
किसान क्रांति यात्रा की वजह से थम गई रफ्तार, यहां जाने से बचें, इन रास्तों से करें सफर

गाजियाबाद (जेएनएन)। हरिद्वार से दिल्ली के लिए निकली किसान क्रांति यात्रा के चलते ट्रांस हिंडन की रफ्तार पूरी तरह थम गई। हजारों की संख्या में किसानों का जन सैलाब सड़कों पर पहुंचा तो ट्रांस हिंडन में वाहन चालकों को करीब साढ़े चार घंटे जाम से जूझना पड़ा। एनएच-9, जीटी रोड, लिंक रोड, सीआइएसएफ रोड समेत कॉलोनियों की अंदरूनी सड़कों पर भी जाम लग गया। किसानों को रोकने के लिए एनएच-9 को बैरिकेडिंग कर पूरी तरह बंद कर दिया गया। इससे दिल्ली और गाजियाबाद दोनों ओर कई किलोमीटर तक वाहनों की कतारें लगी गईं। एनएच-9 के वाहनों को आनंद विहार की ओर डायवर्ट किया गया।

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यूपी गेट पहुंचे पुलिसकर्मी
दिल्ली पुलिस को दोपहर करीब साढ़े तीन बजे सूचना मिली की किसान यूपी गेट पहुंच रहे हैं। इस पर 500 से अधिक की संख्या में दिल्ली पुलिसकर्मी यूपी गेट पर पहुंच गए। दिल्ली पुलिस ने यूपी गेट के नजदीक गाजीपुर एंट्री प्वाइंट पर बैरिकेडिंग कर रास्ता बंद कर दिया।

साढ़े चार घंटे तक रेंगते रहे वाहन 
बैरिकेडिंग के चलते राजनगर एलिवेटेड रोड से आने वाले वाहनों को कौशांबी आनंद विहार की तरफ डायवर्ट किया गया। एनएच-9 पर भी वाहनों का प्रवेश दोनों तरफ से बंद कर दिया गया इससे गाजीपुर की ओर जाम लग गया। शाम करीब छह बजे बैरिकेडिंग खोली गई। इसके बाद जाम खुलना शुरू हुआ। रात करीब आठ बजे स्थिति सामान्य हो सकी। करीब साढ़े चार घंटे यूपी गेट एनएच-9 पर जाम के हालात बने रहे।

जाम खुलवाकर निकाला गया मुख्यमंत्री का काफिला
यूपी गेट पूरी तरह बंद कर दिया गया था। इसी बीच करीब साढ़े पांच बजे सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का काफिला गाजियाबाद में आने की सूचना मिली। इसके बाद अधिकारियों के हाथ-पैर फूल गए। पहले मुख्यमंत्री का काफिला एनएच-9 से निकलना था लेकिन जाम के कारण गेट के नीचे से मुख्यमंत्री का काफिला फ्लाईओवर के नीचे से निकालने का निर्णय लिया गया। लिंक रोड पर कौशांबी और वैशाली की ओर से यूपी गेट की ओर आने वाले वाहनों को करीब आधे घंटे तक रोका गया। इस दौरान राहगीरों की पुलिसकर्मियो से कई बार झड़प भी हो गई। शाम करीब छह बजे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यूपी गेट पहुंचे। उनका काफिला फ्लाईओवर से निकालकर एलिवेटेड रोड से गाजियाबाद भेज दिया गया। इस दौरान कुछ लोगों की ट्रेन छूट गई तो कई लोग पैदल ही जाते दिखाई दिए।

लिंक रोड और एनएच-9 पर जाने से बचें
मंगलवार सुबह सात बजे किसान क्रांति यात्रा लिंक रोड होते हुए यूपी गेट पर पहुंचेगी। हजारों की संख्या में किसान ट्रैक्टर-ट्रॉली व वाहन लेकर यात्रा निकालेंगे। इस दौरान लिंक रोड पर जाम रहेगा। यूपी गेट पर दिल्ली पुलिस किसानों को प्रवेश नहीं देगी। ऐसे में यूपी गेट पर भयंकर जाम लगेगा। एनएच-9 पर भी जाम रहेगा। लिंक रोड और एनएच-9 के रास्ते दिल्ली जाने वाले लोग कौशांबी, सूर्यनगर और जीटी रोड समेत अन्य वैकल्पिक मार्गों से दिल्ली में प्रवेश करें। नोएडा होते हुए दिल्ली में प्रवेश कर सकते हैं।

दस लाख रुपये का आर्थिक नुकसान
किसान आंदोलन के चलते रोडवेज को दो दिनों के भीतर ही करीब दस लाख रुपये का आर्थिक नुकसान हुआ है। गाजियाबाद, साहिबाबाद, कौशांबी रोडवेज से मेरठ, मुजफ्फरनगर, हरिद्वार और देहरादून को जाने वाली बसों को लंबे रूट से होकर जाना पड़ा। साथ ही समय भी अधिक लगा जिससे डीजल की खपत भी बढ़ गई। इससे रोडवेज के लोड फैक्टर पर भी असर पड़ा है। रोडवेज के पीआरओ संजीव कुमार ने बताया है कि गाजियाबाद-हरिद्वार हाईवे और मेरठ रोड पर जाम की स्थिति रहने के कारण दो दिन रोडवेज की बसों को लंबे रूट से निकालना पड़ा।

बता दें कि साहिबाबाद से निकलकर मेरठ रोड होते हुए मुजफ्फरनगर, हरिद्वार, ऋषिकेश और देहरादून के लिए रोडवेज की 40 से अधिक बसों का संचालन होता है जो किसान आंदोलन के चलते प्रभावित रहा। वहीं मेरठ हाईवे पर जाम के कारण एनएच-24 पर भी वाहनों का दबाव रहा और वहां पर भी वाहनों को जाम के बीच लंबी दूरी तय करनी पड़ी।


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