Move to Jagran APP

टिकटॉक वीडियो बनाने वाले निकले लुटेरे, पहले किया क्राइम फिर मंदिर जाकर किया दान

गिरफ्तारी के बाद बदमाशों ने बताया कि उन्होंने लूटी गई रकम को आपस में बांट लिया था। जिसे उन्होंने अपनी-अपनी जरूरतों के हिसाब से खर्च किया।

By Prateek KumarEdited By: Published: Wed, 18 Dec 2019 03:05 PM (IST)Updated: Wed, 18 Dec 2019 03:05 PM (IST)
टिकटॉक वीडियो बनाने वाले निकले लुटेरे, पहले किया क्राइम फिर मंदिर जाकर किया दान
टिकटॉक वीडियो बनाने वाले निकले लुटेरे, पहले किया क्राइम फिर मंदिर जाकर किया दान

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता।  Tic Tok: टिक-टॉक वीडियो बनाने वाले कुछ युवकों ने मिलकर लूटपाट की बड़ी वारदात को अंजाम दे दिया। आरोपितों ने गीता कॉलोनी में गत अगस्त में कलेक्शन एजेंट से 20 लाख रुपये लूट लिए थे। शाहदरा जिला पुलिस ने लूटपाट की इस वारदात में शामिल पांच बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया है।

prime article banner

गिरफ्तारी के बाद बदमाशों ने बताया कि उन्होंने लूटी गई रकम को आपस में बांट लिया था। जिसे उन्होंने अपनी-अपनी जरूरतों के हिसाब से खर्च किया। एक बदमाश ने बुलेट मोटरसाइकिल खरीदकर अपना सपना पूरा कर लिया। एक बदमाश ने कुछ रकम दान कर दिए।

पकड़े गए आरोपितों की पहचान नौशाद (27), इमरान (26), सलमान (25), आसिफ (18) और दीपक (25) के रूप में हुई है। नौशाद पर पहले भी आपराधिक मुकदमा दर्ज है। इनके पास से लूटी गई रकम में से एक लाख रुपये, एक पिस्टल, कारतूस, एक मोबाइल, वारदात में प्रयुक्त दो मोटरसाइकिल और एक स्कूटी के अलावा बुलेट भी बरामद हुई है।

पुलिस उपायुक्त अमित शर्मा ने बताया कि गांधी नगर मार्केट से 22 अगस्त को एक कपड़ा कारोबारी के कलेक्शन एजेंट जयंती लाल अपने दोस्त रति लाल के साथ निकले थे। जब वह गीता कॉलोनी पहुंचे, तो तीन मोटरसाइकिल व स्कूटी पर आए छह बदमाशों ने उनको रोका और पिस्टल के दम पर नकदी लूट ली।

मामले की जांच के लिए स्पेशल स्टाफ के इंस्पेक्टर जीत सिंह की देखरेख में एसआइ पवन मलिक, हेड कांस्टेबल ओम दत्त, प्रवीण, कांस्टेबल विवेक राणा, संदीप, महेंद्र आदि की टीम गठित की गई। टीम ने घटनास्थल के पास लगे सीसीटीवी कैमरो की फुटेज और मुखबिरों की मदद से इस मामले को सुलझाते हुए पांच बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस इनके एक अन्य साथी की तलाश में जुटी है। पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि उन्होंने कलेक्शन एजेंट को शिकार बनाने से पहले 12 दिन तक रेकी की थी। उसके बारे में सारी जानकारी जुटाने के बाद ही 22 अगस्त को वारदात को अंजाम दिया गया था। पूछताछ में यह भी पता चला कि ये पांचों टिक-टॉक पर विडियो बनाते थे।

इसी दौरान उनकी आपस में मुलाकात हुई और फिर दोस्ती हो गई। वे आपस में मिलकर टिक टॉक पर वीडियो बनाने लगे। जल्द पैसा कमाने के लालच में आरोपितों ने लूटपाट की साजिश रची। इनमें एक आरोपित कारोबारी को पहले से जानता था। इसलिए उसे पता था कि उनके यहां नकदी काफी आती है।

दिल्‍ली-एनसीआर की खबरों को पढ़ने के लिए यहां करें क्‍लिक


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.