Coronavirus : मास्क की कालाबाजारी में तीन मेडिकल स्टोर सील
कोरोना के बढ़ते संक्रमण से लोगों में डर का माहौल हैं। ऐसे में लोगों की कोशिश किसी भी तरह से सैनिटाइजर और मास्क की खरीदारी करना है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। मास्क और सैनिटाइजर की कालाबाजारी रोकने के लिए प्रशासन ने सख्ती बरतनी शुरू कर दी है। शनिवार को करोल बाग में ऐसे ही तीन मेडिकल स्टोरों को सील कर दिया गया जो कालाबाजारी में सलिप्त थे। मध्य दिल्ली जिलाधिकारी निधि श्रीवास्तव ने बताया कि कालाबाजारी रोकने के लिए सभी एसडीएम की टीम ने अपने-अपने इलाकों में औचक निरीक्षण किया है।
राजेंद्र नगर में दुकानों पर हुई कार्रवाई
इस दौरान ओल्ड राजेंद्र नगर के मेसर्स नई दिल्ली मेडिकोज प्राइवेट लिमिटेड, करोल बाग के मेसर्स सैनी और मेसर्स कुहु फार्मेसी पर कार्रवाई की है। यहां तय कीमत से ज्यादा दाम पर मास्क व सैनिटाइजर बेचे जा रहे थे।
आते ही खत्म हो रहा स्टॉक
कोरोना के बढ़ते संक्रमण से लोगों में डर का माहौल हैं। ऐसे में लोगों की कोशिश किसी भी तरह से सैनिटाइजर और मास्क की खरीदारी करना है। लेकिन, लोगों की मजबूरी का फायदा अब मेडिकल स्टोर संचालक उठा रहे हैं। लोगों को साधारण मास्क 20 रुपये तो एन95 मास्क 350 रुपये तक का मिल रहा है। वहीं 50 से 100 मिलीमीटर का सैनिटाइजर 90 से 150 रुपये में मिल रहा है। आलम यह है कि दुकानों पर सैनिटाइजर और मास्क का स्टॉक आते ही खत्म हो रहा है।
इतना ही नहीं कोरोना के संक्रमण के चलते नई-नई कंपनियों के सैनिटाइजर और मास्क बाजार में दिखने लगे हैं। इसके अलावा नामी कंपनियों के मास्क और सैनिटाइजर बाजार से पूरी तरह गायब है। एक दुकानदार ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि नामी कंपनियों के मास्क और सैनिटाइजर की बिक्री में मुनाफा कम होता है, जबकि नई कंपनियां ज्यादा मुनाफा दे रही हैं। इसलिए ज्यादातर दुकानदार नई कंपनियों के सैनिटाइजर और मास्क की बिक्री को प्राथमिकता दे रहे हैं।