मेट्रो कार्ड रिचार्ज करने में फर्जीवाड़ा, कर्मचारी समेत तीन गिरफ्तार, ऐसे हुआ खुलासा
मेट्रो की ऑटोमेटिक फेयर कलेक्शन यूनिट को ऑडिट में जानकारी मिली कि घिटोरिनी मेट्रो स्टेशन पर कुछ मेट्रो कार्ड रिचार्ज हो रहे हैं, लेकिन राशि सेंट्रल सिस्टम में नहीं दिख रही है।
नई दिल्ली [जेएनएन]। दिल्ली मेट्रो के कार्ड को रिचार्ज करने में फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है। दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन (डीएमआरसी) की शिकायत पर दिल्ली मेट्रो थाना पुलिस ने मेट्रो के एक कर्मचारी समेत तीन आरोपियोंं को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों के नाम राजेश मौर्या, अनिल कुमार व अजय कुमार है।
राजेश डीएमआरसी के ऑटोमेटिक फेयर कलेक्शन (एएफसी) के मेंटीनेंस विभाग में काम करता है और संगम विहार में परिवार के साथ रहता है। अनिल केवल पार्क, दिल्ली व अजय कुमार हापुड़, उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। दोनों दिल्ली जल बोर्ड में ठेकेदारी का काम करते हैं।
150 रुपये के कार्ड में 1000 रुपये का रिचार्ज
जांच में पता चला है कि राजेश बहुत ही चतुराई से 150 रुपये के कार्ड में 1000 रुपये का रिचार्ज कर उसे अपने खास परिचितों को 500 रुपये में बेच देता था। रिचार्ज करते समय वह सिस्टम के केबल को निकाल देता था और बाद में कंप्यूटर से उसके डाटा को भी डिलीट कर देता था।
फर्जीवाड़ा सामने आया
मेट्रो की ऑटोमेटिक फेयर कलेक्शन यूनिट को ऑडिट में जानकारी मिली कि घिटोरिनी मेट्रो स्टेशन पर कुछ मेट्रो कार्ड रिचार्ज हो रहे हैं, लेकिन राशि सेंट्रल सिस्टम में नहीं दिख रही है। शिकायत पर मेट्रो के पांच अधिकारियों ने जांच पड़ताल की तो फर्जीवाड़ा सामने आया।
चारों कार्ड को ब्लैकलिस्ट कर दिया गया
पता चला कि एक जनवरी से 26 मई के बीच इस तरह का फर्जीवाड़ा हुआ है। जांच कर रहे अधिकारियों ने पहले 152 ऐसे कार्ड की पहचान की जो घिटोरिनी में रिचार्ज हुए थे। इनमें चार कार्ड को शार्ट लिस्ट किया गया। उक्त चारों कार्ड का मालवीय नगर मेट्रो स्टेशन पर अक्सर इस्तेमाल किया जा रहा था। चारों कार्ड को ब्लैकलिस्ट कर दिया गया, ताकि उनका इस्तेमाल करने के दौरान यात्रियों को पकड़ा जा सके। कर्मचारियों को भी इस संबंध में अवगत करा निगरानी रखने को कहा गया।
ढाई लाख रुपये का फर्जीवाड़ा
तीन जून को मेट्रो कर्मचारियों ने अनिल व अजय को मालवीय नगर मेट्रो स्टेशन से पकड़कर पुलिस को सौंप दिया। पूछताछ में दोनों ने बताया कि उन्होंने राजेश मौर्या से कार्ड खरीदे थे। इसके बाद राजेश को भी घिटोरिनी मेट्रो स्टेशन से दबोच लिया गया। पूछताछ में उसने ढाई लाख रुपये का फर्जीवाड़ा करने की बात कबूल की है।
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