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दुनिया के सबसे बड़े अमेरिका ऑनलाइन फ्रॉड से हो रही 'लाइक स्कैम' की तुलना!

'नोएडा लाइक' पहला ऑनलाइन फ्रॉड नहीं है। पिछले साल ही अमेरिका में इससे बड़ा और शायर दुनिया का सबसे बड़ा ऑनलाइन फ्रॉड सामने आ चुका है।

By JP YadavEdited By: Published: Thu, 09 Feb 2017 11:14 AM (IST)Updated: Fri, 10 Feb 2017 10:37 AM (IST)
दुनिया के सबसे बड़े अमेरिका ऑनलाइन फ्रॉड से हो रही 'लाइक स्कैम' की तुलना!
दुनिया के सबसे बड़े अमेरिका ऑनलाइन फ्रॉड से हो रही 'लाइक स्कैम' की तुलना!

नई दिल्ली (जेएनएन)। नोएडा सोशल फ्रॉड में सोशल मीडिया पर क्लिक के बहाने 12 लाख से अधिक लोगों को 3700 करोड़ रुपये की चपत लगाने के मामले में रोजाना नए-नए सबूत सामने आ रहे हैं। गड़बड़ी में अनुभव मित्तल का साथ देने के आरोप में एक निजी बैंक के मैनेजर को गिरफ्तार किया गया है।

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पुलिस जांच में सामने आ रहा है कि इतने बड़े सोशल घोटाले को बड़ी समझदारी से और काफी करीब से स्टडी करने के बाद इन शातिरों ने अंजाम दिया।

कहा जा रहा है कि यह पहला ऑनलाइन फ्रॉड नहीं है। अमेरिका में इससे बड़ा और शायर दुनिया का सबसे बड़ा ऑनलाइन फ्रॉड सामने आया। इस फ्रॉड को करने वालों ने 6111 डोमेन, ढाई लाख से ज्यादा अलग-अलग URL बनाकर ईएसपीएन, वॉग्यू, हफिंगटन पोस्ट जैसी बड़ी कंपिनयों के नाम पर फ्रॉड किया।

इसके लिए इन्होंने वेब रोबोट्स की मदद ली। साइबर इनोवेशन और इंटेलिजेंस का इस्तेमाल करके इन लोगों ने इंटरनेट सिक्युरिटी...को बेवकूफ बनाकर हर दिन 30 करोड़ वीडियो व्यूज के बहाने 33 करोड़ रुपए से ज्यादा की कमाई की।

इस तरह लगाया चूना

एसएसपी, एसटीएफ अमित पाठक ने बताया कि आरोपी एफ-471, सेक्टर 63 में एब्लेज इन्फो सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड नाम से कंपनी चला रहे थे। इसमें 100 से अधिक कर्मचारी काम करते थे। इस कंपनी के तहत अगस्त 2015 में सोशल टेड डॉट बिज नामक एक सोशल मीडिया प्लेटफार्म लांच किया गया।

5750 रुपये से 57,500 लेकर बनाया जाता था सदस्य

पोर्टल से जुड़ने के लिए चार तरह की स्कीम लांच की गई। इसके तहत 5,750 रुपये से 57,500 तक लेकर सदस्य बनाया जाता था। कंपनी यूजर आइडी और पासवर्ड देती थी। लॉग इन करने पर 25 से 125 लिंक लाइक के लिए दिए जाते थे। हर लाइक पर पांच रुपये मिलने का दावा किया गया था।

विज्ञापन कराने वाली संस्था से छह रुपये लिए जाते थे एक लाइक के

कंपनी दावा करती थी कि एक लाइक के लिए विज्ञापन कराने वाली संस्था से छह रुपये लिए जाते हैं। इसमें से कंपनी एक रुपये खुद लेती थी। ग्राहकों को फर्जी विज्ञापन या एक-दूसरे के पेज लाइक कराते थे।
इस संबंध में सोमवार को ही ग्रेटर नोएडा की सूरजपुर कोतवाली में एफआईआर दर्ज की गई थी। वहीं, एक एफआइआर बुधवार शाम नोएडा के फेज थ्री पुलिस स्टेशन में दर्ज करवाई गई है।

सूत्रों की मानें तो दो साल पहले अगस्त 2015 में डिजिटल मार्केटिंग के नाम पर एबलेज इंफो सल्यूशंस नाम की खोली गई थी। इस कंपनी में बीटेक अनुभव मित्तल ने नोएडा से शुरू किया था।

कंपनी ने डिजिटल मार्केटिंग के नाम पर socialtrade.biz नाम से वेबसाइट बनाई। कंपनी ने दावा किया कि एक साल में पैसा लगाने वालों को दुगुनी रकम वापस की जाएगी। वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन के लिए पांच हजार से लेकर एक लाख 15 हजार तक एक बार में लोगों ने इनवेस्ट करवाया।

बताया जा रहा है कि शुरू में लोगों को मोटा मुनाफा भी हो गया और लोग आगे आगे इसमें दूसरे लोगों को जोड़ते चले गए। ये बढ़कर अब तक 12 लाख से अधिक हो चुके थे।

बुधवार शाम एसटीएफ ने सेक्टर-63 में कंपनी के ऑफिस पर रेड की और कंपनी के एमडी अनुभव मित्तम समेत दो अन्य अधिकारियों को हिरासत में लिया। कंपनी के बैंक खातों की जांच से पता चला है कि कंपनी अब तक 37 अरब को घोटाला कर चुकी है।
जांच में पता चला है कि कंपनी ने क़रीब 12 लाख से अधिक लोगों से एक पोंजी स्कीम के तहत 3700 करोड़ से ज़्यादा का निवेश करा लिया था।

यह था पूरा खेल

socialtrade.biz के पोर्टल से जुड़ने के लिए किसी शख्स को 5750 रुपये से लेकर 57,500 रुपये के बीच में कंपनी के अकाउंट में जमा करना होता था। इसके बाद इस रकम के बदले वह हर सदस्य को हर क्लिक पर 5 रुपये घर बैठे मिलता था।

स्कीम के तहत हर सदस्य को अपने नीचे 2 और लोगों को जोड़ना था जिस के बाद सदस्य को अतिरिक्त पैसे मिलते थे। इंफोर्समेंट एजेंसियों से बचने के लिए ये कंपनी वर्चूअल वर्ल्ड में लगातार नाम बदल रही थी। पहले socialtrade.biz फिर freehub.com से intmaart.com से frenzzup.com और फिर 3W.com के नाम से घोटाला चल रहा था।


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