सूनी कैंटीन, ऑडिटोरियम में पसरा है सन्नाटा; कोरोना काल में यही रह गई है डीयू की पहचान

कुछ ऐसे ही दृश्य होते थे। उत्साह होता था। कैंपस आने के बहाने होते थे। कभी फार्म लेने कभी कटआफ देखने फार्म जमा करने तो कभी फीस भरने। हर बार नए दोस्त बन जाते थे। अब दो साल से कोरोना संक्रमण ने जीवनशैली को बदल दिया है । जागरण आर्काइव