दिल्ली में छठ पूजा को लेकर मचा घमासान, पढ़िए पलटवार में भाजपा ने आम आदमी पार्टी को क्या कहा
छठ पूजा में विघ्न के आरोपों पर दिल्ली भाजपा ने आम आदमी पार्टी (आप) पर पलटवार किया है। प्रदेश भाजपा के महामंत्री दिनेश प्रताप सिंह पूर्वाचल मोर्चा के अध्यक्ष ने इसे आप की बौखलाहट बताया है। साथ ही छठ पूजा से पूर्व तनाव पैदा करने का आरोप भी लगाया है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। छठ पूजा में विघ्न के आरोपों पर दिल्ली भाजपा ने आम आदमी पार्टी (आप) पर पलटवार किया है। प्रदेश भाजपा के महामंत्री दिनेश प्रताप सिंह, पूर्वाचल मोर्चा के अध्यक्ष कौशल मिश्र ने इसे आप की बौखलाहट बताया है। साथ ही छठ पूजा से पूर्व तनाव पैदा करने का आरोप भी लगाया है। दिनेश प्रताप सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री अर¨वद केजरीवाल की उपस्थिति में हुई बैठक में निर्णय लेकर दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) ने बीते माह छठ पूजा पर रोक की घोषणा की थी। इसकी वजह से आप की बहुत बदनामी हुई। इससे बौखलाई आप अब छठ पूजा से पूर्व दिल्ली में तनाव पैदा करने की कोशिश कर रही है।
पूर्वाचल मोर्चा के अध्यक्ष कौशल मिश्र ने कहा कि प्रदेश भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता एवं सांसद मनोज तिवारी के संघर्ष के बाद छठ पूजा से प्रतिबंध तो हटा पर अब दिल्ली सरकार ने यमुना किनारे पूजन पर रोक लगा दी है। पूर्वांचलवासी आम आदमी पार्टी के इस खेल को भलीभांति समझ रहे हैं। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के हस्तक्षेप से दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) द्वारा सभी पंरपरागत स्थानों के साथ नए स्थानों पर छठ पूजा के लिए अस्थायी घाट बनाए जा रहे हैं। ऐसे में आप के दुर्गेश पाठक, सोमनाथ भारती, दिलीप पांडेय जैसे नेता अनर्गल प्रचार व बयानबाजी कर तनाव पैदा करने में लगे हैं।
इससे पहले आप के वरिष्ठ नेता सोमनाथ भारती ने दावा किया कि भाजपा के इशारे पर उपराज्यपाल पहले ही छठ की अनुमति नहीं देने का फैसला कर चुके थे। सीएम अर¨वद केजरीवाल ने पुरजोर तरीके से इसको उठाया तब दिल्ली में अनुमति देने के लिए वह तैयार हुए। भाजपा के बड़े-बड़े नेता कहने लगे हैं कि घाट नहीं बनने देंगे। रोहिणी में डीडीए की जमीन पर पूजा नहीं करने देने की सूचना मिल रही है।
इसी तरह दूसरे विधानसभा क्षेत्रों में डीडीए की जमीन पर छठ घाट के लिए खोदाई हो रही थी। वहां जिस जेसीबी मशीन से खोदाई की जा रही थी, उसे पुलिस ने थाने में बंद कर दिया है। द्वारका में नगर निगम की जमीन पर छठ पूजा हो रही थी, वहां पर महापौर ने जाकर कहा है कि पूजा नहीं होने देंगे, जबकि वहां पर 30 साल से पूजा हो रही थी।