Delhi Road Accident: दिल्ली में सड़क हादसों में रोजाना जा रही हैं 3 जानें, हाईवे पर होते हैं ज्यादा एक्सीडेंट
दिल्ली में सड़क हादसों में होने वाली मौतों में सबसे ज्यादा संख्या दोपहिया सवार व पैदल चालकों की होती है। इसका कारण राष्ट्रीय राजमार्गों और एक्सप्रेसवे पर प्रति किमी अधिकतम मौत का कारण रही है। जबकि स्थानीय सड़कों पर प्रति किमी सबसे कम मौत दर्ज की गई हैं।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। Delhi Road Accident: दिल्ली में प्रतिदिन तीन से अधिक लोगों की सड़क दुर्घटनाओं में मौत हो रही है। दुर्घटनाओं के मामले में स्थानीय सड़कों से राष्ट्रीय राजमार्ग आगे हैं जबकि दिल्ली में राष्ट्रीय राजमार्ग की लंबाई केवल 438 किलोमीटर है। दिल्ली में 2021 में कुल मौत का आंकड़ा 1242 है।
सड़क सुरक्षा उपायों की योजना बनाने व सभी सड़क उपयोगकर्ताओं के लिए सड़कों को सुरक्षित बनाने के लिए उच्च जोखिम वाले स्थानों का पता लगाने के लिए परिवहन विभाग ने दुर्घटनाओं से संबंधित तीन साल का डेटा अपनी वेबसाइट पर अपलोड किया है।
जीआइएस (जियोग्राफिक इन्फोर्मेशन सिस्टम) मैपिंग के माध्यम से हाई रिस्क रोड श्रेणी, हाई रिस्क कारिडोर और क्रैश स्पाट की पहचान करने के लिए दिल्ली की घातक दुर्घटनाओं और मौत के वितरण को समझने के लिए सड़क दुर्घटनाओं और मौत पर तीन साल के डेटा एकत्रित किया गया है।
दिल्ली में 438 किलोमीटर है राष्ट्रीय राजमार्ग
दिल्ली में राष्ट्रीय राजमार्ग और एक्सप्रेसवे केवल 438 किमी होने के कारण प्रति किमी अधिकतम मौत हुई हैं। इसका कारण राष्ट्रीय राजमार्गों और एक्सप्रेसवे पर प्रति किमी अधिकतम मौत का कारण रही है। जबकि स्थानीय सड़कों पर प्रति किमी सबसे कम मौत दर्ज की गई हैं। दिल्ली में राष्ट्रीय राजमार्ग 438 किलोमीटर है। इन पर 2019 में 328, 2020 में 229 और 2021 में 240 सड़क दुर्घटनाओं में मौत हुई हैं। दिल्ली की प्रमुख सड़कों की लंबाई 1494 किलोमीटर है। इन सड़कों पर 2019 में 425, 2020 में 326 और 2021 में 294 सड़क दुर्घटनाओं में मौत हुई हैं।
उप प्रमुख सड़कों की लंबाई 1417 किलोमीटर है, इन सड़कों पर 2019 में 85, 2020 में 79 और 2021 में 77 सड़क दुर्घटनाओं में मौत हुई हैं। लोकल सड़कों की लंबाई 15502 किलोमीटर है। इन सड़कों पर 2019 में 521, 2020 में 507 और 2021 में 526 सड़क दुर्घटनाओं में मौत हुई हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि दिल्ली में सड़क दुर्घटनाओं से होने वाली मौत में सबसे ज्यादा संख्या मोटरसाइकिल सवार और पैदल यात्रियों की होती है। कुल दुर्घटना में 43 प्रतिशत मोटरसाइकिल सवार और 42 प्रतिशत पैदल यात्रियों की संख्या होती है।
परिवहन विभाग ने रोड सुरक्षा विषय पर अध्ययन कर निष्कर्ष निकाला है कि दिल्ली में सबसे ज्यादा दुर्घटना हल्के व भारी वाहनों द्वारा दोपहिया वाहनों को टक्कर मारने या पैदल यात्रियों को धक्का मारने से होती है।
रात 10 बजे से 12 बजे के बीच होते हैं ज्यादा हादसे
रिपोर्ट के अनुसार, 2021 में कुल सड़क हादसों में हुई मौत में 93 प्रतिशत पैदल यात्री, मोटरसाइकिल, साइकिल व आटो रिक्शा वाले हुए हैं। दिल्ली में सबसे अधिक सड़क दुर्घटना शुक्रवार, शनिवार व रविवार की रात 10 बजे से रात 12 बजे के बीच होती है। इसमें भी शनिवार की रात सबसे ज्यादा दुर्घटना व मौतें होती हैं। हादसे में हिट एंड रन के 59 प्रतिशत मामले आए हैं।