स्मैक पीने के लिए बदमाशों को बस कंडक्टर की जेब में नहीं मिले पर्याप्त पैसे, फिर कटर से रेत दी गर्दन
वजीराबाद इलाके में बस कंडक्टर की हत्या इसलिए कर दी गई क्योंकि लूट के दौरान उसके पास सिर्फ 250 रुपये ही थे। बदमाश उसके पास पांच हजार रुपये होने के अंदाजे से गए थे लेकिन जब पूरे पैसे नहीं मिले तो कटर से गला रेत दिया।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। वजीराबाद इलाके में बस कंडक्टर की हत्या इसलिए कर दी गई, क्योंकि लूट के दौरान उसके पास सिर्फ 250 रुपये ही थे। बदमाश उसके पास पांच हजार रुपये होने के अंदाजे से गए थे, लेकिन जब पूरे पैसे नहीं मिले तो कटर से गला रेता और फिर ईंट से सिर कूचल दिया। मामले में पुलिस ने वारदात के 11 घंटे के भीतर दो बदमाशों-फैज और फराज को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों ड्रग्स के लती हैं। पुलिस को बदमाशों से चोरी की बाइक भी बरामद हुई है।
उत्तरी जिला पुलिस उपायुक्त सागर सिंह कलसी के मुताबिक, बुधवार सुबह यमुना बायोडायवर्सिटी पार्क के पास खड़ी बस में दीपक का शव मिला था। जांच में सामने आया कि बस में सो रहे कंडक्टर दीपक की गला रेतकर और सिर पर ईंट से प्रहार कर हत्या की गई थी। बस में फ्रेंडली एंट्री की गई थी।
मामले की जांच के लिए एसीपी तिमारपुर स्वागत पाटिल की देखरेख में इंस्पेक्टर शंभूनाथ और स्पेशल स्टाफ इंचार्ज एसआइ राकेश देसवाल के नेतृत्व में दो टीमों का गठन किया गया। टीम ने घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली तो लाल रंग की एक बाइक पर दो संदिग्ध नजर आए। टीम ने दोनों संदिग्धों को दबोच लिया। जांच में पता चला कि बदमाशों ने वारदात को रात करीब एक बजे के आसपास अंजाम दिया था।
स्मैक लेने के लिए नहीं थे पैसे, इसलिए की लूटपाट
दीपक को आरोपित फैज पहले से जानता था। फैज और फराज को स्मैक पीने के लिए रुपये चाहिए थे। दोनों को उम्मीद थी कि दीपक के पास पांच हजार रुपये होंगे। रात को फैज ने बस के बाहर खड़े होकर दीपक को आवाज लगाई। इसके बाद बस के अंदर घुसकर वारदात को अंजाम दिया। जब दीपक के पास से सिर्फ ढाई सौ रुपये मिले, तो उसका गला रेत दिया। उसे तड़पता देखकर फैज ने ईंट से सिर पर कई बार प्रहार किए। वजीराबाद थाना पुलिस ने वारदात के 11 घंटे के भीतर दो बदमाशों को दबोचा, दोनों बदमाश हैं ड्रग्स के लती, इनसे चोरी की बाइक भी हुई बरामद