DTC Electric Buses: दिल्ली के लोगों को पसंद आया ई-बसों का सफर, जाने तीन दिन में कितने लोगों ने की मुफ्त यात्रा
DTC Electric Buses पहले दिन 24 मई को लगभग 12 हजार लोगों ने सफर किया। वहीं 25 मई को लगभग 28 हजार लोगों ने सफर किया। इसके साथ ही 26 मई को लगभग 52 हजार लोगों ने मुफ्त में यात्रा की है।
नई दिल्ली [वी.के.शुक्ला]। राजधानी में इलेक्ट्रिक बसों में सफर करना दिल्लीवासियों को पसंद आ रहा है।तीन दिन 24,25 और 26 मई को मुफ्त यात्रा के दौरान लगभग एक लाख लोगों ने इलेक्ट्रिक बसों में यात्रा की है। ये बसें शुक्रवार से अपने स्थाई रूट पर चलनी शुरू हो गईं। दिल्लीवासियों का कहना है कि इलेक्ट्रिक बसों में सफ़र करने पर मेट्रो में सफर करने जैसा महसूस हो रहा है।
दिल्लीवासी इलेक्ट्रिक बस में सफर करने के बाद सेल्फी लेकर प्रतियोगिता में हिस्सा ले रहे हैं।सेल्फी प्रतियोगिता 30 जून तक चलेगी। इस दौरान दिल्ली सरकार के विधायकों और वरिष्ठ अधिकारियों ने भी इलेक्ट्रिक बस का सफर किया। वहीं फ्लैग आफ करने के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने सफर किया था।
इसके साथ ही फ्लैग आफ के अगले दिन 25 मई को परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने इलेक्ट्रिक बस में सफर किया। इस दौरान गहलोत ने बस में सफर कर रहे हैं यात्रियों से बस की सुविधा को लेकर बात की। इस दैरान लोगों का कहना था कि प्रदूषण रहित इन बसों में बहुत अच्छा लग रहा है। इलेक्ट्रिक बस में सफर करना मेट्रो जैसा महसूस हो रहा है। इस गर्मी में बस में साफ सफाई और वातानुकुलित हवा आराम दे रही है।
40 प्रतिशत महिलाओं ने ई-बसों का उठाया लुत्फ
परिवहन मंत्री गहलोत ने कहा कि मैंने ई-बसों में यात्रा की। यात्रियों को देखकर बहुत खुशी हुई। सफर कर रहे दिल्लीवासियों से बस की सुविधाओं को लेकर बात कि तो लोगों ने इलेक्ट्रिक बस को मेट्रो लेवल का कम्फर्ट बताया। गहलोत ने बताया कि इलेक्ट्रिक बसों में तीन दिन 24,25 और 26 मई जिन लोगों ने यात्रा किया है उनमें 40 प्रतिशत महिलाएं है।
जिसमें पहले दिन 24 मई को लगभग 12 हजार लोगों ने सफर किया। वहीं 25 मई को लगभग 28 हजार लोगों ने सफर किया। इसके साथ ही 26 मई को लगभग 52 हजार लोगों ने मुफ्त में यात्रा की है।शुक्रवार से सभी 150 बसें अपने नियमित रूट पर आ गईं। इसमें मुंडेलाकलां डिपो से से विभिन्न रूटों पर 51 बसें और रोहिणी सेक्टर-37 डिपो से विभिन्न रूटों पर पर 99 बसें चलेंगी।