रेयान मामला: स्कूल की मान्यता पर लटकी तलवार, सुरक्षा की खुली पोल
रिपोर्ट में प्रबंधन का दोष पाए जाने पर स्कूल की मान्यता को रद करने की सिफारिश प्रशासन की ओर से की जाएगी। बताते हैं कि पूरे दिन जांच में लगे रहे कमेटी के सदस्यों ने स्कूल प्रबंधन की कई लापरवाही पाई हैं।
गुरुग्राम [ जेएनएन ] । सात वर्षीय छात्र की स्कूल के बाथरूम में हत्या किए जाने की घटना को लेकर रेयान इंटरनेशनल स्कूल की जांच जिला शिक्षा अधिकारी की अगुवाई में पांच सदस्यीय कमेटी कर रही है। उम्मीद है कि कमेटी रविवार की दोपहर यानी आज उपायुक्त को अपनी रिपोर्ट देगी।
रिपोर्ट में प्रबंधन का दोष पाए जाने पर स्कूल की मान्यता को रद करने की सिफारिश प्रशासन की ओर से की जाएगी। बताते हैं कि पूरे दिन जांच में लगे रहे कमेटी के सदस्यों ने स्कूल प्रबंधन की कई लापरवाही पाई हैं। उधर, प्रबंधन ने स्कूल की कार्यवाहक प्रिंसिपल नीरज बत्रा को निलंबित कर दिया गया है।
सात वर्षीय छात्र की स्कूल के बाथरूम में हत्या किए जाने की घटना को लेकर रेयान इंटरनेशनल स्कूल प्रबंधन ने स्कूल की कार्यवाहक प्रिंसिपल नीरज बत्रा को निलंबित कर दिया गया है। उपायुक्त ने जिला शिक्षा अधिकारी की अगुवाई में पांच सदस्यीय कमेटी बनाई है जो पूरे दिन जांच में लगी रही। कमेटी रविवार की दोपहर यानी आज उपायुक्त को अपनी रिपोर्ट देगी।
जिनके आधार पर प्रबंधन के खिलाफ प्रशासन भी कार्रवाई कर सकता है। प्रदेश के शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा भी पूरे मामले की जानकारी लेने के लिए रविवार को गुरुग्राम आ रहे हैं।
उन्होंने दैनिक जागरण से बातचीत में कहा कि अगर प्रबंधन का दोष पाया जाता है तो स्कूल की मान्यता रद कराने के लिए कदम उठाए जाएंगे।
सिक्योरिटी एजेंसी का लाइसेंस रद किया
स्कूल में जिस सिक्योरिटी एजेंसी के गार्ड लगे हुए थे उस एजेंसी का लाइसेंस रद करने की सिफारिश पुलिस आयुक्त की ओर से कर दी गई है। बताते हैं कि एजेंसी की ओर से स्कूल में पर्याप्त संख्या में गार्ड नहीं लगाए थे।
पुलिस यह मान रही है कि अगर स्कूल में तैनात सुरक्षा कर्मी सजग रहते तो हत्यारोपी चाकू लेकर स्कूल के उस क्षेत्र में बने बाथरूम में नही जा पाता और मासूम की हत्या नही होती।
बहन ने खोली सुरक्षा के पोल
छोटे भाई की हत्या से आहत प्रदुम्न की बड़ी बहन विधि ने मीडिया के सामने स्कूल की सुरक्षा की पोल खोली। विधि रेयान इंटरनेशनल स्कूल में ही पांचवीं कक्षा में पढ़ती है उसने बताया कि मुख्य गेट पर किसी भी जांच नही होती थी।
जांच तभी होती थी जब किसी खास व्यक्ति का स्कूल में कार्यक्रम होता है। विधि ने बताया कि स्कूल में छोटे बच्चों पर नजर रखने के लिए महिला सहायक भी नही हैं। यह बात मामले की जांच कर रही प्रशासनिक कमेटी के सामने भी आई है।
पहली बार आया प्रबंधन का बयान
रेयान इंटरनेशनल स्कूल प्रबंधन की तरफ से कोई भी अपना पक्ष रखने के लिए सामने नहीं आया। घटना के दूसरे दिन स्कूल की पीआर टीम से इमेल के जरिए स्कूल प्रबंधन ने अपनी बात कही।
'कल की घटना के बाद स्कूल अथॉरिटी ने इसे गंभीरता से लेते हुए सुरक्षा मानकों की जांच की। सुरक्षा को लेकर आवश्यक सुधार किए जा रहे हैं। इसमें विशेषज्ञों व की मदद व पुलिस की सलाह भी ली जा रही है। हमें अपने प्रिय छात्र प्रद्युम्न ठाकुर को खोने का अफसोस है और इस घटना से बेहद दुखी और सदमे में हैं। हम सुरक्षा मानकों को सुधारने पर काम कर रहे हैं और जांच में पुलिस की पूरी मदद कर रहे हैं।'
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