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आटो चालक के बगल में बैठकर लूट करने वाले गिरोह का पर्दाफाश, आप भी सफर करते समय इन बातों का रखें ध्यान

Ghaziabad News आटो में सिर्फ एक सवारी की जगह छोड़कर अन्य सीटों पर वह गिरोह के सदस्यों के साथ बैठ जाता था। बैग अटैची आदि सामान लेकर चलने वाली अकेली महिला और बुजुर्गों को तलाश करता था। उन्हें आटो में बैठा लेता था। रास्ते में उनका सामान चोरी करता था।

By Pradeep Kumar ChauhanEdited By: Published: Thu, 11 Aug 2022 04:55 PM (IST)Updated: Thu, 11 Aug 2022 04:55 PM (IST)
आटो चालक के बगल में बैठकर लूट करने वाले गिरोह का पर्दाफाश, आप भी सफर करते समय इन बातों का रखें ध्यान
Ghaziabad News: गिरोह ने अब तक करीब दो सौ वारदात को अंजाम दिया है।

साहिबाबाद [अवनीश मिश्र]। अगर आप कहीं आने-जाने के लिए आटो का प्रयोग करते हैं तो सतर्क रहें। दिल्ली-एनसीआर ही नहीं अपितु पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बदमाशों के कई एेसे गिरोह सक्रिय हैं जो सवारी बनकर आटो व ई-रिक्शा में सवार रहते हैं। मौका मिलते ही आपका सामान चोरी कर सकते हैं। विरोध करने पर आपके जान को खतरा भी हो सकता है। बदमाशों का एेसा ही एक गिरोह बृहस्पतिवार को साहिबाबाद कोतवाली पुलिस के हत्थे चढ़ा है। गिरोह के सरगना सहित आठ सदस्यों गिरफ्तार हुए हैं। 12 मामलों का राजफाश हुआ है।

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अकेली महिला व बुजुर्गों को निशाना बनाने वाला गिरोह पुलिस के हत्थे चढ़ा

पुलिस अधीक्षक नगर द्वितीय ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि तीन अगस्त को विकास शर्मा की मां के गहने मोहन नगर क्षेत्र में आटो में चोरी हुए थे। मामले की छानबीन की गई। मुखबिरों व सर्विलांस की मदद ली गई। उसके आधार पर बुधवार शाम को राजीव कालोनी से उनके गहने चोरी करने वाले सात बदमाश और उसे खरीदने वाले सुनार को गिरफ्तार किया गया। उनकी पहचान लोनी के साजिद, आरिफ उर्फ बहादुर व आश मोहम्मद, बड़ौत बागपत के अल्ताफ, रईस, राहुल वर्मा व इरफान और आजमगढ़ के प्रवीन के रूप में हुई।

पूछताछ में पता चला कि साजिद गिरोह का सरगना है। वह गिरोह के अन्य सदस्यों के साथ वारदात को अंजाम देने निकलता था। आटो में सिर्फ एक सवारी की जगह छोड़कर अन्य सीटों पर वह गिरोह के सदस्यों के साथ बैठ जाता था। बैग, अटैची आदि सामान लेकर चलने वाली अकेली महिला और बुजुर्गों को तलाश करता था। उन्हें आटो में बैठा लेता था। रास्ते में उनका सामान चोरी करता था। यदि उसकी नजर पड़ जाती थी तो चाकू से डरा-धमकाकर सामान लूट लेते थे।

दिल्ली-एनसीआर और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सक्रिय था गिरोह

पुलिस क्षेत्राधिकारी साहिबाबाद स्वतंत्र सिंह ने बताया कि सरगना साजिद गिरोह बनाकर 14 साल से दिल्ली-एनसीआर में इस तरह की घटनाओं को अंजाम दे रहा है। गिरोह ने अब तक करीब दो सौ वारदात को अंजाम दिया है। साजिद वर्ष-2009 में साहिबाबाद, 2011 में कोतवाली नगर और 2013 में सिहानी गेट थाना से जेल जा चुका है। उसके खिलाफ गाजियाबाद और मेरठ में 12 मुकदमे दर्ज हैं।

सबका बांट रखा था काम

साहिबाबाद कोतवाली प्रभारी निरीक्षक प्रदीप कुमार त्रिपाठी ने बताया कि सरगना साजिद व अन्य छह सदस्य आठवीं पास हैं। सुनार राहुल वर्मा बीसीए पास है। साजिद ने गिरोह के सभी सदस्याें का काम बांट रखा था। अल्ताफ और प्रवीन आटो चालक बनते थे।

अन्य सदस्य सवारी बनकर आटो में सवार हो जाते थे। वारदात को अंजाम देने के बाद वह गहनों को राहुल वर्मा की मेन बाजार बागपत स्थित श्री ज्वैलर्स नामक दुकान पर बेच देता था। लूट करने में चोरी के आटो का प्रयोग करता था। उनके कब्जे से चोरी के सामान बेचने से मिले 1.30 लाख रुपये, चोरी के दो आटो, पांच चाकू, 220 ग्राम नशीला पाउडर बरामद हुआ।

छह अगस्त को एक गिरोह चढ़ा था हत्थे

छह अगस्त को सिहानी गेट थाना पुलिस ने भी सवारी बनकर अपराध करने वाले गिरोह का राजफाश किया था। वह गिरोह सवारी बनकर ई-रिक्शा में सवार होता था। उसके बाद चालक को नशीला पदार्थ सुंघाकर ई-रिक्शा चोरी कर लेता था।


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