लक्ष्मीनगर के शकरपुर में भी डलावघर में ही शुरू होगी सांसद गौतम गंभीर के फाउंडेशन की चौथी जन रसोई
सांसद गौतम गंभीर के फाउंडेशन की तरफ से चौथी जन रसोई लक्ष्मीनगर विधानसभा में शुरू होगी। इसके लिए यहां डलावघर में सुंदरीकरण का कार्य शुरू कर दिया गया है। सांसद के सचिव और प्रतिनिधि गौरव अरोड़ा ने स्थानीय पार्षद नीतू त्रिपाठी के साथ सुंदरीकरण के कार्य का जायजा लिया।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। सांसद गौतम गंभीर के फाउंडेशन की तरफ से चौथी जन रसोई लक्ष्मीनगर विधानसभा क्षेत्र के शकरपुर में शुरू होगी। इसके लिए यहां डलावघर में सुंदरीकरण का कार्य शुरू कर दिया गया है। सांसद के सचिव और प्रतिनिधि गौरव अरोड़ा ने स्थानीय पार्षद नीतू त्रिपाठी के साथ सुंदरीकरण के कार्य का जायजा लिया। इस डलावघर में एक साथ कई लोगों को खाना परोसने की व्यवस्था की जाएगी।
बता दें कि मयूर विहार फेज-दो के बाद शकरपुर में भी डलावघर में ही जन रसोई की शुरुआत होने वाली है। इसके लिए यहां कर्मचारी लगातार काम में जुटे हैं। इसकी दीवारों पर पुताई के साथ चित्रकारी भी होगी। उम्मीद है कि दशहरे के आसपास यहां के लोगों को एक रुपये में भोजन मिलना शुरू हो जाएगा।
पिछले साल दिसंबर में गौतम गंभीर ने गांधीनगर में पहली जन रसोई शुरू की थी। लोग स्वाभिमान के साथ यहां खाना खाएं, इसके लिए एक रुपये का शुल्क रखा गया। इसकी बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए न्यू अशोक नगर में भी जन रसोई शुरू की गई। इसके बाद इसी साल 20 अगस्त को मयूर विहार फेज-दो में डलावघर में रसोई शुरू की। दरअसल नगर निगम डलावघरों को धीरे-धीरे बंद कर रहा है। गौतम गंभीर ने निगम से बातचीत कर डलावघरों को जन उपयोग में लाने के लिए यह पहल शुरू कर दी। शकरपुर मेन मार्केट, सुभाष पार्क स्थित डलावघर को भी इसके लिए चुना गया है।
पार्षद नीतू त्रिपाठी ने बताया कि डलावघर खत्म हो गया है, लेकिन यहां काफी बदबू थी। निगमकर्मियों ने काफी मशक्कत के बाद इसे दूर किया है। इसके नीचे एक फुट मलबा डाला गया है। उन्होंने बताया ‘वर्षो से यहां के लोग इस डलावघर को बंद करने की मांग कर रहे थे। हमने इसका विकल्प चुना और गणोश चौक पर कांपैक्टर प्लांट लगाने का कार्य शुरू किया जो अब पूर्ण होने की स्थिति में है। अब यहां का कूड़ा कांपैक्टर प्लांट में जाएगा।
खाने की गुणवत्ता की देखरेख की जिम्मेदारी संभाल रहे गौतम गंभीर के सहयोगी हृदयेश अग्रवाल और यतेंद्र गुप्ता ने बताया कि यह चौथी रसोई होगी, लेकिन खाना गांधीनगर में ही तैयार हो रहा है। यहां से खाना बनकर न्यू अशोक नगर और मयूर विहार फेज-दो में जा रहा है। अभी प्रतिदिन करीब 1500 लोगों को भोजन तैयार हो रहा है। शकरपुर में शुरू होने के बाद इसकी क्षमता बढ़ाई जाएगी।