घर वालों ने मुंह फेरा, एएसआइ ने किया युवक का अंतिम संस्कार
कोरोना के डर से अपने भी अपनों का साथ छोड़ रहे हैं। गोकलपुरी इलाके में घर वालों ने परिवार के एक सदस्य की मौत होने पर कोरोना के डर से उसके शव को हाथ लगाने से ही इन्कार कर दिया।गोकलपुरी थाने में तैनात एएसआइ सुशील कुमार ने अंतिम संस्कार किया।
नई दिल्ली [शुजाउद्दीन]। काेरोना ने रिश्तों को भी तार-तार कर दिया है। कोरोना के डर से अपने भी अपनों का साथ छोड़ रहे हैं। गोकलपुरी इलाके में घर वालों ने परिवार के एक सदस्य की मौत होने पर कोरोना के डर से उसके शव को हाथ लगाने से ही इन्कार कर दिया। गोकलपुरी थाने में तैनात एएसआइ सुशील कुमार ने इंसानियत को जिंदा रखते हुए शव का अंतिम संस्कार किया।
जिला पुलिस उपायुक्त संजय सेन ने बताया कि सोमवार रात 11 बजे गोकलपुरी थाने को तेज बुखार से एक शख्स की मौत होने की जानकारी मिली। एएसआइ सुशील मौके पर गए। मृतक की पहचान जौहरीपुर निवासी सोनू कुमार के रूप में हुई। सोनू के स्वजन ने उन्हें बताया कि वह पिछले तीन-चार दिन से बीमार थे। कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने के लिए शव को अस्पताल ले जाने लगे तो सोनू की पत्नी, मां समेत अन्य सदस्यों ने शव को हाथ तक लगाने से साफ इन्कार कर दिया। ऐसे में एएसआइ खुद शव निजी एंबुलेंस से शव को जीटीबी अस्पताल लेकर गए, एमएलसी बनवाकर शव को शवगृह में रखवा दिया।
मंगलवार को शव का पोस्टमार्टम हुआ, लेकिन युवक के स्वजन शव लेने के लिए नहीं आए। परिवार को डर था कि सोनू की मौत कोरोना से हुई है, उन्होंने शव लेने से मना कर दिया। ऐसे में एएसआइ ने अपनी जान की परवाह किए बिना अशोक नगर स्थित शवदाह गृह में उसका अंतिम संस्कार किया।
मोदी की बातों से प्रभावित होकर कोविड केयर सेंटर किया शुरू
इधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बातों से प्रभावित होकर रोहिणी सेक्टर नौ में उत्तर-पश्चिमी जिला भाजपा युवा मोर्चा की ओर से कोविड केयर सेंटर की शुरुआत की गई। नमो कोविड केयर सेंटर के नाम से शुरू किए गए सेंटर में कोरोना मरीजों का इलाज किया जाएगा। इस केंद्र स्थानीय तहसीलदार की देखरेख में बनाया गया है। इसमें स्थानीय आरडब्ल्यूए ने भी सहायता की। यहां उत्तर-पश्चिमी जिला भाजपा युवा मोर्चा के अध्यक्ष विकास राणा, सचिन शर्मा भी मौजूद रहे। मंगलवार को प्रधानमंत्री मोदी ने लोगों से अपनी सोसायटी, मोहल्ले, अपार्टमेंट्स में छोटी-छोटी कमेटियां बनाकर कोरोना का पालन करवाने में मदद करने की अपील की थी। उन्होंने कहा था कि अगर लोग ऐसा करेंगे तो सरकारों को कंटेनमेंट जोन बनाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।