कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स एसोसिएशन का फैसला, दिल्ली में खुले रहेंगे बाजार
कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स एसोसिएशन ने फैसला किया है कि दिल्ली में फिलहाल बाजारों को खोला जाएगा।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। राजधानी में कोरोना संक्रमण के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है।ऐसे में बाजारों को खोलने को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सीधे हस्तक्षेप और गृह मंत्री अमित शाह के द्वारा उठाए गए कदमों को देखते हुए दिल्ली के व्यापारियों ने निर्णय लिया है कि दिल्ली के बाजार फिलहाल खुले रहेंगे। कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि एसोसिएशन के बाजारों को बंद रखने, खुला रखने या बाज़ारों में आड-इवन व्यवस्था अथवा एक दिन छोड़कर एक दिन दुकान खोलने का निर्णय दिल्ली के व्यापारी संगठन स्थिति का आंकलन करते हुए स्वयं निर्णय लें।
बता दें कि दिल्ली में तेजी से बढ़ रहे कोरोना को लेकर दिल्ली के बाजारों में एक बार फिर लॉकडाउन की चर्चा ने धुकधुकी बढ़ा दी है। कारोबारी संगठन कंफेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने अपने सर्वे में दावा किया है कि दिल्ली के 88 फीसद व्यापारी बाजार बंद करने के पक्ष में हैं। शुक्रवार को कैट ने इस बाबत व्यापारियों से राय मांगी थी। इसके लिए 2800 व्यापारियों से संपर्क किया गया था, जिसमें से 2610 व्यापारियों ने कैट के छह सवालों के जवाब दिए। अब इस आधार पर दिल्ली के बाजारों को बंद करने की स्थिति पर चर्चा के लिए कैट के राष्ट्रीय महासचिव प्रवीन खंडेलवाल ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन, शहरी विकास मंत्री हरदीप पुरी, दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल तथा मुख्यमंत्री अर¨वद केजरीवाल को पत्र लिखकर विमर्श का आग्रह किया है।
हालांकि कैट की बाजार को बंद करने की पैरोकारी पर अन्य कारोबारी संगठन चेंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (सीटीआइ) ने दिलचस्पी नहीं दिखाई है। सीटीआइ के संयोजक बृजेश गोयल ने कहा कि इस संबंध में गृह मंत्रलय और दिल्ली सरकार ही उचित फैसला लेंगे। वहीं, भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेश महासचिव हेमंत गुप्ता ने कहा कि इस संबंध में चर्चा के लिए रविवार को व्यापारियों की वेब बैठक बुलाई गई है। उसके बाद कोई निर्णय लिया जाएगा।