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Cyber Crime: क्लोन कार्ड से पैसे निकालने के लिए यूक्रेन से आते थे दिल्ली

Cyber Crime शातिर अलग-अलग देशों से एटीएम कार्ड का डाटा चुराते हैं और उन जानकारियों के आधार पर इनके क्लोन कार्ड तैयार कर लेते हैं। फिर उससे पैसे निकाल लेते हैं।

By JP YadavEdited By: Published: Sat, 23 Nov 2019 07:38 AM (IST)Updated: Sat, 23 Nov 2019 07:38 AM (IST)
Cyber Crime: क्लोन कार्ड से पैसे निकालने के लिए यूक्रेन से आते थे दिल्ली
Cyber Crime: क्लोन कार्ड से पैसे निकालने के लिए यूक्रेन से आते थे दिल्ली

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। क्रेडिट व डेबिट कार्ड की क्लोनिंग कर लोगों के खाते से पैसे उड़ाने वाले एक बड़े अंतरराष्ट्रीय गिरोह का पता चला है। गिरोह के सदस्य कार्डों की क्लोनिंग कर अलग-अलग देशों में टूरिस्ट वीजा लेकर पहुंचते और वहां से पैसे निकालने के बाद उसे डॉलर या यूरो में बदलवाकर अपने देश पहुंच जाते।

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दो शातिर गिरफ्तार

राजौरी गार्डन थाना पुलिस ने इस गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपित यूक्रेन के रहने वाले हैं। आरोपितों की पहचान मिखाइलो लुकियानोए (26) व मेक्सिम दोरोफिएव (30) के रूप में हुई है। आरोपितों के पास से पुलिस ने क्लोनिंग किए गए 137 कार्ड बरामद किए हैं। इनके पास से करीब चार लाख रुपये की नकदी व कुछ पर्चियां भी बरामद की हैं।

पश्चिमी जिला पुलिस के अतिरिक्त उपायुक्त समीर शर्मा ने बताया कि 20 नवंबर को राजौरी गार्डन पुलिस को जानकारी मिली कि टैगोर गार्डन मेट्रो स्टेशन के पास एक बैंक के एटीएम में दो विदेशी नागरिकों को संदिग्ध रूप में देखा गया। सूचना पर एसएचओ सोमनाथ परुथी के नेतृत्व में एसीपी राम सिंह की देखरेख में गठित टीम ने जाल बिछाकर दोनों को पकड़ लिया। पुलिस को उनके पास से प्लास्टिक के कई प्लेन कार्ड मिले। इन कार्डों पर नंबर व मैग्नेटिक स्ट्रिप भी लगी हुई थी।

पूछताछ में दोनों ने बताया कि वे यूक्रेन से सीधा इसी काम के लिए आए हुए हैं। उनके चार और साथी हैं जो यूक्रेन के ही रहने वाले हैं। सभी मिलकर अलग-अलग देशों से एटीएम कार्ड का डाटा चुराते हैं और उन जानकारियों के आधार पर इनके क्लोन कार्ड तैयार कर लेते हैं। फिर उससे पैसे निकाल लेते हैं।

अपने देश लौटने से पहले उन पैसों को वे डॉलर या यूरो में बदलवा लेते थे। एयरपोर्ट पर तलाशी के दौरान पकड़ मे न आएं इसके लिए आरोपित डॉलर या यूरो को अपने शरीर में छिपा लेते थे।

पुलिस के अनुसार, आरोपितों ने बताया कि नौ नवंबर को उन्होंने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के एटीएम से पैसे निकाले थे। आरोपित अभी तक छह एटीएम से पैसे निकाल चुके हैं। गिरोह के चार अन्य साथियों की तलाश में भी पुलिस जुटी है। चूंकि आरोपितों के पास से ऐसे एटीएम कार्ड मिले हैं जिन पर सीरियल नंबर लिखा हुआ था। साथ ही संबंधित कार्ड का पासवर्ड भी उन्होंने लिख रखा था। ऐसे में पुलिस यह जांच कर रही है कि आरोपितों ने खाताधारकों के एटीएम कार्ड की क्लोनिंग कर नए कार्ड बनवाए या फिर बैंकों से किसी प्रकार का डाटा प्राप्त कर क्लोनिंग की है।

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