Nirbhaya Case: 20 मार्च की सुबह होने वाली फांसी पर बोले AP Singh, अभी विकल्प बाकी
Nirbhaya Case चौथी बार डेथ वारंट जारी होने पर निर्भया के दोषियों के वकील एपी सिंह ने दावा किया है कि उनके पास अब भी कई कानूनी विकल्प बचे हुए हैं।
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। 2012 Delhi Nirbhaya Case : दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने बृहस्पतिवार को सुनवाई के दौरान चौथी बार डेथ वारंट जारी किया है। इसके मुताबिक, आगामी 20 मार्च को सुबह 5:30 बजे चारों दोषियों (विनय कुमार शर्मा, पवन कुमार गुप्ता, मुकेश सिंह और अक्षय) को फांसी दी जाएगी। वहीं, डेथ वारंट जारी करने के बाद इस पर टिप्पणी करते हुए निर्भया के दोषियों के वकील एपी सिंह (Advocate AP Singh) ने दावा किया है कि उनके पास अब भी कई कानूनी विकल्प बचे हुए हैं। बता दें कि इससे पहले 17 फरवरी को जब निर्भया के चारों दोषियों के डेथ वारंट जारी हुआ था तब एपी सिंह ने कहा था 'लिख लीजिए 3 मार्च को फांसी नहीं होगी' और फिर ऐसा ही हुआ। 2 मार्च को सुनवाई के दौरान फांसी टल गई और अब बृहस्पतिवार को चौथी बार पटियाला हाउस कोर्ट ने वारंट जारी किया है।
अपनी प्रतिक्रिया में एपी सिंह ने नाराजगी भरे अंदाज में कहा कि दोषियों को बार-बार फांसी सुनाई जा रही है और यह न्यायिक हत्या जैसा है। लगातार कई महीने से फांसी की तारीख टलवाते आ रहे एपी सिंह का कहना है कि उनके पास अब कई कानूनी विकल्प हैं और समय आने पर उनका इस्तेमाल करेंगे।
कोर्ट के बाहर निकलकर मीडिया के सवाल पर कहा कि चौथा वारंट जारी किया गया है आज। इससे पहले तीन बार पहले भी फांसी दे चुके हैं और कितनी बार फांसी दोगे। ये आतंकवादी नहीं, बल्कि ये लिखे पढ़े हैं। ये जेल में सुधर रहे हैं और अपना परिवर्तन कर रहे हैं।
एक सवाल के जवाब में एपी सिंह ने बताया कि अभी दोषी मुकेश की दया याचिका तिहाड़ जेल में रिसीव करवाई है। इस पर सुनवाई के दौरान कोर्ट ने पूछा भी था कि जेल में अक्षय की दया याचिका है तो जेल प्रशासन ने जवाब दिया हां है।
यहां पर बता दें कि वरिष्ठ वकील एपी सिंह ने पीएचडी की हुई है और उन्होंने लखनऊ विश्वविद्यालय से लॉ की डिग्री ली है। लंबे समय से दिल्ली में परिवार के साथ रह रहे वकील एपी सिंह शुरू से ही निर्भया के दोषियों का केस लड़ रहे हैं। उन्होंने एक साक्षात्कार में बताया था कि अपनी मां के कहने पर उन्होंने इस केस को लड़ने का फैसला लिया था।
2012 Delhi Nirbhaya Case: 20 मार्च को दोषियों को होगी फांसी, चौथी बार जारी हुआ डेथ वारंट