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मतांतरण गिरोह ने राजधानी दिल्ली को बना रखा है अपना केंद्र, यहीं से देशभर में चला रही अपनी गतिविधियां, पढ़िए कैसे चल रहा पूरा नेटवर्क

मतांतरण गिरोह के सदस्यों ने देश की राजधानी दिल्ली को अपना केंद्र बना रखा है और यहीं से देश भर में अपनी मुहिम को अंजाम दे रहे हैं। दिल्ली निवासी पांच संदिग्ध सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर हैं एजेंसियां भी ऐसी जानकारी मिलने के बाद सतर्क हैं।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Published: Thu, 24 Jun 2021 01:15 PM (IST)Updated: Fri, 25 Jun 2021 12:33 PM (IST)
मतांतरण गिरोह ने राजधानी दिल्ली को बना रखा है अपना केंद्र, यहीं से देशभर में चला रही अपनी गतिविधियां, पढ़िए कैसे चल रहा पूरा नेटवर्क
दिल्ली, उत्तर प्रदेश महाराष्ट्र व पश्चिम बंगाल में जुटा रहीं जानकारी, कई संदिग्ध हुए अंडरग्राउंड

दिल्ली, गाजियाबाद, आशुतोष गुप्ता। मतांतरण के खेल में गिरफ्तार आरोपितों से लगातार अहम जानकारियां मिल रही हैं। इस गिरोह के सदस्यों ने देश की राजधानी दिल्ली को अपना केंद्र बना रखा है और यहीं से देश भर में अपनी मुहिम को अंजाम दे रहे हैं। दिल्ली निवासी पांच संदिग्ध सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर हैं और इनकी किसी भी समय गिरफ्तारी हो सकती है। सूत्रों की मानें तो यह पांचों संदिग्ध गिरोह का अहम हिस्सा हैं और अब तक हजारों लोगों का मतांतरण करा चुके हैं। इस समय गिरोह के 50 से अधिक लोग सुरक्षा एजेंसियों के निशाने पर हैं।

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सुरक्षा एजेंसियां देश भर में खंगाल रहीं जानकारी

मतांतरण के खेल का पर्दाफाश होने के बाद एटीएस के अलावा अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने भी अपनी जांच का दायरा बढ़ा दिया है। उत्तर प्रदेश, दिल्ली, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, बिहार, के अलावा मध्य प्रदेश में आने वाले दिनों में गिरफ्तारियां हो सकती हैं। डासना देवी मंदिर में घुसे दो संदिग्धों विपुल विजयवर्गीय (रमजान), कासिफ व इन्हें मंदिर में भेजने वाले सलीमुद्दीन से मिली जानकारी के आधार पर सुरक्षा एजेंसियां आगे की जांच कर रही हैं। सूत्रों के मुताबिक जहांगीर व उमर गौतम की गिरफ्तारी के बाद कई संदिग्ध अंडरग्राउंड हो गए हैं। ऐसे में इन तक पहुंचने में थोड़ा वक्त लग सकता है।

गिरोह के निशाने पर सबसे अधिक महिलाएं व युवतियां

जांच में चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है कि मतांतरण कराने वाले गिरोह के निशाने पर सबसे अधिक महिलाएं व युवतियां रहती हैं। गिरोह के सदस्य इनका ब्रेनवॉश करते हैं और फिर मुस्लिमों से इनकी शादी करा देते हैं। सबसे अधिक निशाने पर विधवा महिलाएं रहती हैं, इसके पीछे का कारण यह है कि एक महिला के मतांतरण के बाद उनके बच्चों पर अधिक मेहनत नहीं करनी पड़ती। सूत्रों के मुताबिक, आरोपितों ने एक हजार से अधिक लोगों के मतांतरण की बात कबूल की है, उनमें सबसे अधिक महिलाएं ही हैं। गिरोह की नजर भीख मांगने वालों व दबे-कुचले लोगों पर भी होती है। ये लोग ऐसे लोगों को तलाशते हैं और उन्हें आर्थिक लाभ का फायदा देकर इस मुहिम का हिस्सा बनाते हैं।

गिरोह में जुड़े कई सदस्य हैं मतांतरित हिंदू

इस गिरोह में काफी संख्या में ऐसे लोग हैं जो मूलरूप से हिंदू हैं, लेकिन उनका ब्रेनवॉश कर मुसलमान बनाया गया। ये लोग अब इस मुहिम को आगे बढ़ा रहे हैं। पूर्व में पकड़े गए विपुल विजयवर्गीय व उमर गौतम भी मतांतरण के बाद ही मुहिम में जुड़े थे।


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