Delhi Metro News: लाखों लोग पूछ रहे सवाल, दिल्ली-एनसीआर की लाइफलाइन को ये क्या हो गया?
Delhi Metro News दिल्ली मेट्रो में लगातार आ रही तकनीकी खामी से लाखों यात्रियों को दिक्कत का सामना करना पड़ता है। खासकर पीक आवर में दिल्ली मेट्रो में तकनीकी खामी का सिलसिला बढ़ गया है इससे लोग समय पर दफ्तर नहीं पहुंच पाते हैं।
नई दिल्ली, जागरण डिजिटल डेस्क। कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में कमी आने के बाद दिल्ली-एनसीआर में जब से दिल्ली मेट्रो का परिचालन सामान्य हुआ है तभी से तकनीकी समस्याएं लगातार सामने आ रही है। मई और जून महीने को मिला लें तो तकरीबन 60 दिनों के दौरान 10 बार दिल्ली मेट्रो में तकनीकी परेशानी हुई।
जागरण संवाददाता रणविजय सिंह के मुताबिक, 6 जून से लेकर अब तक 7 बार दिल्ली मेट्रो में तकनीकी दिक्कत के चलते लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। इनमें एक दिनों में दो बार तकनीकी खामी आई। इससे परेशान होकर दिल्ली में सत्तासीन आम आदमी पार्टी से दिल्ली मेट्रो रेल निगम से एक सप्ताह के भीतर एक रिपोर्ट भी मांगी थी, जो अगले एक-दो दिनों में मिल जाएगी।
वहीं, दिल्ली मेट्रो में तकनीकी खामी का यही सिलसिला आगे भी जारी रहा तो दिल्ली-एनसीआर की लाइफलाइन दिल्ली मेट्रो से लाखों यात्रियों का विश्वास डगमगाए। दरअसल, मेट्रो में पीकर आवर में तकनीकी खामी आ रही है, जिससे लोगों को काफी परेशानी होती है।
इस माह मेट्रो परिचालन प्रभावित होने की घटनाएं
- 27 जून- रेड लाइन पर तकनीकी खराबी से 45 मिनट परिचालन प्रभावित।
- 21 जून- यलो इन पर ओएचई टूटने से एक घंटे परिचालन प्रभावित।
- 19 जून- ब्लू लाइन पर मेट्रो ट्रेन में तकनीकी खराबी से कुछ देर परिचालन प्रभावित।
- 11 जून- वायलेट लाइन पर सिग्नल में खराबी से सवा दो घंटे परिचालन प्रभावित।
- 9 जून- ब्लू लाइन ओएचई टूटने के कारण सुबह में तीन घंटे परिचालन प्रभावित।
- 9 जून- रेड लाइन पर शाम में तकनीकी खराबी होने से करीब 45 मिनट परिचालन प्रभावित।
- 6 जून- ब्लू लाइन पर ओएचई टूटने से करीब डेढ़ घंटा परिचालन प्रभावित।
गौरतलब है कि मेट्रो में तकनीकी खराबी की घटनाएं रुक नहीं रही हैं। थोड़े-थोड़े दिन के अंतराल पर अक्सर दिल्ली मेट्रो के किसी न किसी कारिडोर पर तकनीकी खराबी की घटनाएं सामने आ जाती हैं। इसी क्रम में सोमवार को रेड लाइन (रिठाला-न्यू बस अड्डा गाजियाबाद) पर एक मेट्रो ट्रेन में तकनीकी खराबी होने के कारण सुबह करीब 45 मिनट मेट्रो का परिचालन प्रभावित रहा। इस वजह से सफर में यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। यह इस माह मेट्रो में तकनीकी खराबी की सातवीं घटना है।
इस माह हर सप्ताह तकनीकी खराबी के कारण मेट्रो का परिचालन प्रभावित की घटना हुई है। इस मामले पर पिछले दिनों दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने भी दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) से मेट्रो में तकनीकी खराबी की बढ़ती घटनाओं पर जवाब मांगा है और तकनीकी खराबी की समस्या दूर करने के लिए डीएमआरसी द्वारा की गई पहल की जानकारी भी मांगी है।
डीएमआरसी अभी अपना जवाब भेज भी नहीं पाया है कि रेड लाइन पर तकनीकी खराबी के कारण मेट्रो का पहिया थम गया। डीएमआरसी के अनुसार रेड लाइन पर रिठाला से न्यू बस अड्डा गाजियाबाद की तरफ जा रही मेट्रो कोहाट एंक्लेव स्टेशन पर अचानक खराब हो गई। इस वजह से ट्रेन आगे नहीं बढ़ पा रही थी।
इस वजह से सुबह आठ बजे पीतमपुरा से इंद्रलोक के बीच मेट्रो का परिचालन रुक गया। इस वजह से पीतमपुरा, कोहाट एंक्लवे, केशवपुरम, कन्हैया नगर मेट्रो स्टेशन से यात्रियों का प्रवेश भी रोक दिया गया।
डीएमआरसी का कहना है कि मेट्रो में तकनीकी खराबी के दौरान रिठाला से पीतमपुरा व इंद्रलोक से न्यू बस अड्डा गाजियाबाद के बीच मेट्रो सेवा उपलब्ध रही।
वहीं, रिठाला से विश्वविद्यालय, कश्मीरी गेट व न्यू बस अड्डा गाजियाबाद की तरफ जाने वाले यात्रियों को पीतमपुरा स्टेशन पर उतरना पड़ रहा था, क्योंकि यहां से आगे मेट्रो नहीं जा रही थी। तकनीकी खराबी दूर होने के बाद डीएमआरसी ने सुबह करीब 8:45 बजे ट्वीट कर परिचालन सामान्य होने की सूचना दी।