दिल्ली में ध्वनि प्रदूषण को लेकर DPCC सख्त, PWD और MCD से मांगा जवाब
समिति ने निर्देश दिया कि स्थानीय निकाय पार्किंग स्थलों बाजारों में गलत तरीके से होने वाले पार्किंग पर ध्यान दें। गलत तरीके से होने वाली पार्किंग पर रोक से शोर की समस्या दूर होगी।
नई दिल्ली [संजीव गुप्ता]। दिल्ली में तेजी से बढ़ रहे ध्वनि प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए पुलिस और स्थानीय निकाय को ठोस काम करना होगा। दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) ने दिल्ली ट्रेफिक पुलिस, लोक निर्माण विभाग और दिल्ली नगर निगमों से शहर में ध्वनि प्रदूषण कम करने के लिए कदम उठाने को कहा है। साथ ही इस संबंध में की गई कार्रवाई पर 20 अगस्त तक रिपोर्ट सौंपने को कहा है।
डीपीसीसी ने जून माह में 31 स्थानों पर विश्लेषण किया था। इस विश्लेशन में पाया गया कि 26 स्थानों पर ध्वनि प्रदूषण का स्तर निर्धारित सीमा से ज्यादा है। इन स्थानों में अस्पताल, शैक्षणिक संस्थान, वाणिज्यिक और आवासीय क्षेत्र भी शामिल थे। जानकारी के अनुसार, समिति द्वारा जुलाई में किए गए सर्वेश्रण में पाया गया कि इन स्थानों पर वाहनों की आवाजाही, यातायात की भीड़, हार्न बजाने, संकीर्ण सड़कें, पार्किंग स्थलों पर भीड़, निर्माण गतिविधियां सहित अन्य के कारण ध्वनि प्रदूषण अधिक था।
जाम की समस्या हो दूर
समिति ने जाम के कारण होने वाले ध्वनि प्रदूषण को कम करने का सुझाव दिया है। समिति ने दिल्ली ट्रैफिक पुलिस और पीडब्ल्यूडी से संकीर्ण सड़कों को ठीक करने को कहा है। साथ ही जाम की समस्या को दूर करने के निर्देश दिए हैं। समिति ने कहा कि पुलिस व पीडब्ल्यूडी सड़कों के निर्माण पर ध्यान दें ताकि प्रदूषण का स्तर कम हो।
सुधरे अवैध पार्किंग की समस्या
समिति ने निर्देश दिया कि स्थानीय निकाय पार्किंग स्थलों, बाजारों में गलत तरीके से होने वाले पार्किंग पर ध्यान दें। गलत तरीके से होने वाली पार्किंग पर रोक से शोर की समस्या दूर होगी। ध्वनि प्रदूषण की तय सीमा के भीतर शोर के स्तर को लाने के लिए निर्माण स्थलों के आसपास 'नॉइज़ बैरियर लगाने को भी कहा गया है। बता दें कि दिल्ली में वायु प्रदूषण के साथ ही ध्वनि प्रदूषण एक चुनौती बन गई है। इस पर लगाम लगाने के लिए दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति ने सभी जिम्मेदार एजेंसियों को कदम उठाने को कहा है।