Tablighi Jamaat case: 12 देशों के 46 विदेशी नागरिकों के खिलाफ 11 पूरक चार्जशीट दाखिल
Tablighi Jamaat case तब्लीगी मरकज में गलत तरीके से हजारों जमातियों को जुटाने के मामले में दिल्ली पुलिस ने एक नई चार्जशीट और 11 पूरक चार्जशीट दाखिल की है।
नई दिल्ली, एएनआइ। Tablighi Jamaat case: दक्षिण दिल्ली में हजरत निजामुद्दीन स्थित तब्लीगी मरकज में गलत तरीके से हजारों जमातियों को जुटाने के मामले में दिल्ली पुलिस ने एक नई चार्जशीट और 11 पूरक चार्जशीट दाखिल की है। दिल्ली की साकेत कोर्ट में चीफ मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट गुरमोहिना कौर (Chief Metropolitan Magistrate Gurmohina Kaur) पेश पूरक चार्जशीट में 11 देशों के 46 विदेशों का आरोपित बनाया गया है। बता दें कि पूरे मामले में मुख्य आरोपित तब्लीगी मरकज जमात का मुखिया मौलाना मुहम्मद साद अब तक पुलिस गिरफ्तार से बाहर है।
वहीं, पुलिस जांच में पता चला है कि करीब 15 लोगो की भूमिका सामने आई है जो साद के निर्देश पर मरकज और वहां आने वाले देश विदेश के जमतियो का सारा बंदोबस्त रखते थे। पुलिस उन्हें भी आरोपित बनाएगी और इन सबको भी गिरफ्तार किया जाएगा। क्राइम ब्रांच साद से पहले अन्य की गिरफ्तारी करने पर भी विचार कर रही है। कोरोना संकट के बीच साद को गिरफ्तार करने पर देश में कोई विवाद ना खड़ा हो जाए जिसे संभालना पुलिस के लिए मुश्किल हो। दिल्ली पुलिस खुफिया तंत्र के जरिए यह सब भी पता लगा रही है। हो सकता है पुलिस पहले प्रबंधन से जुड़े मौलानाओं और करीबियों को पहले गिरफ्तार करे।
28 मार्च को साद और उसके सभी करीबी निज़ामुद्दीन स्थित मरकज से फरार हो गए थे। तब से पुलिस किसी को भी मेन केस में गिरफ्तार नहीं किया है। 943 विदेश जमातियो के खिलाफ पुलिस मेन केस में आरोपित बनाते हुए हाल ही में आरोप पत्र दायर कर चुकी है।
ईडी कर रही जांच
साद के खिलाफ ईडी ने भी मुकदमा दर्ज किया है जो इसके फंडिंग के बारे में पता लगा रही है। साद अकूत संपत्ति अर्जित कर रखी है। सीबीआई भी दिल्ली पुलिस से साद के बारे में पूरी रिपोर्ट मांग चुकी है। सुरक्षा एजेंसियां इस बात का भी पता लगा रही है कि साद ने जानबूझ कर तो देश में विदेशी जमतिय्यो के जरिए कोरोना का वायरस नहीं फैलाया। साजिश के एंगल पर सुरक्षा एजेंसियां काफी गहराई से पता लगा रही है। ऎसा माना जा रहा है कि जमतियो ने ही देश में कोरोना का वायरस फैलाया।