नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। राजधानी, शताब्दी हो या वंदे भारत एक्सप्रेस या फिर लंबी दूरी की अन्य ट्रेनें कूड़ेदान के पास गंदगी फैलना आम बात है। यात्री इसकी शिकायत भी करते हैं, लेकिन अक्सर यात्रा के दौरान इस समस्या का समाधान नहीं निकलता है। कई बार सफाई कर्मचारी उसे रेलवे पटरी पर गिरा देता है जिससे वहां गंदगी फैलती है।

इस समस्या के समाधान के लिए यात्री के पास जाकर कचरा इकट्ठा करने की तैयारी है। वंदे भारत एक्सप्रेस में इसकी शुरुआत हो गई है। आने वाले समय में चरणबद्ध तरीके से अन्य ट्रेनों में यह सेवा लागू की जाएगी।

यात्रियों की शिकायत पर उठाया गया कदम

पिछले दिनों कुछ यात्रियों ने ट्वीट करके वंदे भारत के कोच में फैली हुई गंदगी की शिकायत की थी। इसका संज्ञान लेकर रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने अधिकारियों को सफाई व्यवस्था में बदलाव लाने का निर्देश दिया है। अधिकारियों ने हवाई जहाज की तरह वंदे भारत ट्रेन में भी सीट से कचरा एकत्र करने की व्यवस्था शुरू कर दी है। रेलवे मंत्री ने नई व्यवस्था का वीडियो ट्वीट करके यात्रियों से इस नई व्यवस्था को सफल करने की अपील की है।

कर्मचारियों व यात्रियों को किया जाएगा जागरूक

अधिकारियों का कहना है कि लंबी दूरी की ट्रेनों में सफाई व्यवस्था को बेहतर करने के लिए आन बोर्ड हाउस कीपिंग (ओबीएचएस) की सुविधा है। ट्रेन में तैनात कर्मचारी नियमित रूप से कोच की सफाई करता है। उन्हें अब यात्रियों से सुरक्षित तरीके से कचरा लेने के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। उन्हें कचरा इकट्ठा करने के लिए पर्यावरण अनुकूल बैग दिया जाएगा।

वर्ष 2015 में भी इस व्यवस्था को लागू करने की घोषणा की गई थी,लेकिन उस पर अमल नहीं हुआ था। अब इसकी शुरुआत हो गई है। जल्द ही शताब्दी व राजधानी ट्रेनों में भी यह सुविधा मिलेगी।

कोच में गंदगी फैलने के लिए यात्री भी जिम्मेदार

ट्रेन के कोच में दोनों तरफ कूड़ेदान लगा रहता है। इसका आकार छोटा रहता है, जिससे यह जल्दी भर जाता है। उसके बाद इसके आसपास कचरा बिखर जाता है। अधिकारियों का कहना है कि यात्रियों की लापरवाही से भी कोच में गंदगी फैलती है। लोग कूड़ेदान का सही तरह से प्रयोग नहीं करते हैं जिससे कोच के फर्श पर कचरा बिखर जाता है। नई व्यवस्था से कोच के साथ रेलवे पटरी को भी साफ रखने में मदद मिलेगी।

Edited By: Geetarjun