क्या भारत को दहलाने की साजिश रच रहा था शाहरुख, जांच में जुटी खुफिया एजेंसियां
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने आइजीआइ एयरपोर्ट से मोहम्मद शाहरुख नाम के संदिग्ध को गिरफ्तार किया है। उसके पास से भारतीय पासपोर्ट मिला है।
नई दिल्ली (राकेश कुमार सिंह)। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने आइजीआइ एयरपोर्ट से मोहम्मद शाहरुख नाम के संदिग्ध को गिरफ्तार किया है। सऊदी अरब से डिपोर्ट कर उसे बीते 31 मई को दिल्ली भेजा गया था। शाहरुख मूलरूप से बांग्लादेश का रहने वाला है, लेकिन उसके पास से भारतीय पासपोर्ट मिला है।
सेल व आइबी समेत तमाम सुरक्षा एजेंसियां शाहरुख से पूछताछ कर उसके आतंकी लिंक के बारे में पता कर रही है। स्पेशल सेल के सूत्रों के मुताबिक, शाहरुख तीसरा शख्स दबोचा गया है, जो सऊदी अरब में छिपकर रह रहा था। इससे पहले 22 जनवरी को इंडियन मुजाहिद्दीन के कुख्यात आतंकी अब्दुल सुभान कुरैशी उर्फ तौकीर नेपाल के रास्ते उत्तर प्रदेश के गाजीपुर आया था, तब सेल व आइबी ने उसे दबोच लिया था।
पूछताछ से पता चला था कि तौकीर सऊदी अरब में रहकर बेरोजगार युवकों को अपने नेटवर्क से जोड़ने के साथ ही भारत में आतंकी वारदात को अंजाम देने के लिए फंड जुटाने का काम कर रहा था। उसकी साजिश भारत में आइएम व सिमी को पुनर्जीवित करने की थी।
युवकों की भर्ती करने के बाद उन्हें ट्रेनिंग देकर देश के विभिन्न हिस्सों में बस धमाके को अंजाम देता, लेकिन इससे पहले वह सऊदी अरब पुलिस के हत्थे चढ़ गया था। पूछताछ से यह भी पता चला था कि पाकिस्तान में बैठे अपने आकाओं के इशारे पर उसने भारत में छिपी स्लीपर सेल को हवाला के जरिये पैसे भी भिजवाए थे।
मुंबई का रहने वाले तौकीर ने आइएम से जुड़ने के बाद भारत के विभिन्न हिस्से में धमाके कराए थे। पहला धमाका उसने 2006 में मुंबई में, इसके बाद 2008 में गुजरात में सीरियल धमाका किया। गुजरात समेत अन्य राज्यों में धमाके के बाद पुलिस का दबाव बढने पर वह बिहार की सीमा से होता हुआ नेपाल भाग गया था। वहां पहले फर्जी नाम पर रहा।
भारत में आइएम व सिमी को दोबारा मजबूत करने के लिए भटकल बंधुओं के बुलावे पर मार्च 2015 में वह सऊदी अरब चला गया था। पिछले साल सऊदी अरब से भारत लौटने के लिए एयरपोर्ट पहुंचने पर उसे दबोचकर भारत डिपोर्ट कर दिया गया था।
तौकीर के बाद बीते 14 फरवरी को आइबी की सूचना पर सेल ने आइएम के मोस्ट वांटेड आतंकी आरिज खान उर्फ जुनैद को भारत-नेपाल सीमा से दबोच लिया था। 13 सितंबर, 2008 को दिल्ली में हुए सीरियल धमाके के बाद सेल जब 19 सितंबर की सुबह जामिया के बटला हाउस में आतंकियों को दबोचने पहुंची थी, तब आतंकियों से उनका मुठभेड़ हो गया था।
सेल ने एल-18 में आतंकी आतिफ अमीन व छोटा साजिद को मुठभेड़ में मार गिराया था और सैफ को जिंदा दबोच लिया गया था। शाहजाद उर्फ पप्पू व आरिज खान मौके से भागने में सफल हो गए थे। आरिज पर 20 लाख रुपये का इनाम था।
मो. शाहरुख करीब 4 सालों तक देवबंद में रहा। वहां रहकर उसने पढाई की। फर्जी भारतीय पासपोर्ट बनवाया और उसके बाद 2013 में सऊदी अरब चला गया था। उसके पास से मिले कई दस्तावेज फर्जी मिले हैं। सेल व आइबी उससे पूछताछ कर रही है।